पुणे में मंगलवार को महाराष्ट्र कांग्रेस के एक कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने रॉबर्ट वाड्रा के रिश्तेदारों को मंच पर जगह देने पर नाराजगी जाहिर की। कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र कांग्रेस के सचिव शहजाद पूनावाला और उनके भाई तहसीन के खिलाफ नारेबाजी की और उन्हें बोलने भी नहीं दिया। इस दौरान सांसद व पूर्व मंत्री शशि थरूर भी मौजूद थे। शहजाद पूनावाला जैसे ही बोलने को खड़े हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। गौरतलब है कि तहसीन की हाल ही में रॉबर्ट वाड्रा की कजन से शादी हुई है।
उन्होंने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा से संबंध होने के कारण पूनावाला पार्टी के बड़े नेता नहीं बन सकते। आप लोगों का पार्टी में क्या योगदान है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के समर्थन में नारे लगाए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम से पहले स्थानीय नेताओं से बात नहीं की गई। साथ ही शहर नेता विश्वजीत कदम को इससे दूर रखा गया। लगातार नारेबाजी के बीच शहर कांग्रेस नेता रमेश बागवे ने माहौल को शांत करने की कोशिश की लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने। उन्होंने शहजाद पूनावाला को बोलने नहीं दिया।
इसके बाद शशि थरूर ने मोर्चा संभाला और कहा कि किसी नेता की अनदेखी नहीं की गई है। अगर कोई बात नहीं सुनना चाहता है तो वह यहां से जा सकता है। हालांकि शशि थरूर के भाषण के दौरान कार्यकर्ता शांत रहे। लेकिन माइक जैसे ही तहसीन पूनावाला को दिया गया फिर से नारेबाजी शुरू हो गर्इ। बाद में कार्यकर्ताओं ने दोनों भाइयों के पोस्टर भी फाड़ दिए। स्थानीय नेताओं ने कहा कि इस तरह से नेतृत्व थोपा नहीं जा सकता।