भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी द्वारा टीम इंडिया और दुनिया के टॉप स्पिनर आर अश्विन को बॉलिंग के पूरे मौके न देने पर सवाल उठे हैं। पहले विश्वकप और अब मुंबई में शनिवार को पुणे और मुंबई के बीच हुए आईपीएल मैच के दौरान धोनी के अश्विन से कम बॉलिंग कराने को लेकर ये सवाल उठे हैं। हालांकि, धोनी ने अश्विन की तारीफ करके सफाई देने की कोशिश की है।
क्या कहा धोनी ने?
धोनी ने रविवार को आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की तारीफ करते हुए कहा कि इस गेंदबाज ने कई मौकों पर टीम को ‘मुश्किल से बाहर’ निकाला है। उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने कहा है, अश्विन ने मुझे कई मौकों पर मुश्किल से बाहर निकाला है, भले ही पहले छह ओवर में गेंदबाजी करना हो या अंतिम ओवरों में। वह ऐसा गेंदबाज है जो किसी भी समय आकर बेहतरीन गेंदबाजी कर सकता है। यह ऐसा मुद्दा है जैसा किसी रणनीति का खुलासा करना। अश्विन परिपक्व गेंदबाज है। वह किसी भी समय गेंदबाजी कर सकता है। ऐसा भी क्षण था जब मुंबई इंडियंस ने कुछ विकेट गंवा दिये थे और उनके मध्य और निचले मध्यक्रम पर दबाव था। रांची के इस सुपरस्टार ने समझाते हुए कहा कि किस तरह मुंबई इंडियंस की टीम पांच ओवर के अंदर 30 रन पर चार विकेट खोकर जूझ रही थी और उन्होंने सोचा कि पदार्पण कर रहे लेग स्पिनर मुरूगन अश्विन को पूरे चार ओवर का गेंदबाजी कोटा पूरा कराने और इस युवा के दिमाग से घबराहट निकालने का यह आदर्श समय था।’’
क्यों है विवाद?
विश्व टी20 से ही धोनी और अश्विन के बीच किसी तरह के कथित मतभेद की अटकलें हैं। विश्व कप सेमी फाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ धोनी ने आखिरी ओवर में अश्विन के बजाए विराट कोहली से बॉलिंग कराई। अश्विन ने इस मैच में सिर्फ ओवर ही बॉलिंग की। धोनी ने सफाई देते हुए कहा था कि ओस की वजह से स्पिनरों को कामयाबी न मिलते देख उन्होंने यह फैसला लिया।
धोनी ने वानखेड़े स्टेडियम में शनिवार को तमिलनाडु के इस गेंदबाज को आईपीएल के शुरूआती मैच में केवल एक ओवर और वह भी 16वां ओवर दिया था। अश्विन को अपनी पहली ही गेंद पर अम्बाती रायुडू का विकेट मिला था और अपने एकमात्र ओवर में उन्होंने केवल सात ही रन दिये थे। आईपीएल की नयी टीम राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स ने इस मुकाबले में गत चैम्पियन मुंबई इंडियंस को नौ विकेट से पराजित किया था।
पिच की प्रकृति के कारण ही शायद अश्विन को एक ओवर मिला : रहाणे
वानखेडे में अश्विन को सिर्फ एक ओवर रहाणे ने मैच के बाद कहा, ‘‘मैं इसका कारण नहीं जानता, शायद कप्तान को इस बारे में पता होगा। यह वेस्टइंडीज के खिलाफ 31 मार्च को विश्व टी20 सेमीफाइनल के विकेट की तुलना से अलग विकेट था और यहां तक कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अक्तूबर में खेले गये पांचवें और अंतिम वनडे से भी विभिन्न था।’’ रहाणे ने कहा, ‘‘यह थोड़ा सा तेज गेंदबाजों के मुफीद विकेट था। अश्विन एक अनुभवी और बेहतरीन गेंदबाज हैं। लेकिन मुझे लगता है कि आज हमारे गेंदबाज सचमुच काफी अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे। विकेट चटकाना और ज्यादा रन नहीं लुटाना अहम था।’’
अश्विन भी जता चुके हैं नाराजगी
एक पत्रकार के पूछे गए सवाल के जवाब में अश्विन ने कहा था कि वर्ल्ड कप सेमी फाइनल में उन्होंने 12 गेंदें फेंकी और उसमें उन्हें एक विकेट पाने का मौका भी मिला। पत्रकार ने जब कहा कि कप्तान के मुताबिक मैच के दौरान ओस का प्रभाव था, तो अश्विन ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि कप्तान ने क्या कहा। हालात बिगड़ता देख मीडिया मैनेजर ने दखल दी और कहा कि अश्विन से सिर्फ आईपीएल से जुड़े सवाल पूछे जाएं।