हेलिकाप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति सहित कई ताकतवर लोगों की जिस तरह मौत हो गई, उसमें ऐसी घटनाओं को हादसे के अलावा अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर पड़ने वाले प्रभाव के लिहाज से भी देखा जाने लगता है। गौरतलब है कि रविवार को ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, वहां के विदेश मंत्री और कई अन्य अहम लोग एक हेलिकाप्टर पर सवार होकर तबरेज शहर की ओर जा रहे थे। इसी बीच मौसम खराब होने के कारण हेलिकाप्टर हादसे का शिकार हो गया, जिसमें राष्ट्रपति रईसी सहित वहां के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मलिक रहमती, चालक और सुरक्षा प्रमुख मारे गए।
राष्ट्रपति रईसी रविवार को अजरबैजान में बांध का उद्घाटन करने गए थे
राष्ट्रपति रईसी रविवार को अजरबैजान में किज कलासी और खोदाफरिन बांध का उद्घाटन करने गए थे। जाहिर है, अपनी सीमा में ईरान के शीर्ष नेता और उनके सहयोगियों को इस बात की आशंका भी न रही होगी कि ऐसा कोई हादसा हो सकता है। भारत सहित कई देशों ने इस घटना पर शोक संवेदना जताई है।
पिछले कुछ वर्षों में ईरान की महत्त्वपूर्ण शख्सियतों की जान हादसे में गई
यह बेहद अफसोसनाक है कि पिछले कुछ वर्षों में ईरान की कुछ महत्त्वपूर्ण शख्सियतों की जान या तो हादसे में चली गई या फिर उनकी हत्या कर दी गई। मसलन, ईरान में 2020 में एक नायक की तरह मशहूर कुर्द फोर्स के जनरल कासिम सुलेमानी की मौत में अमेरिकी ड्रोन से हमले के आरोप लगे। फिर उसी वर्ष ईरान के मुख्य परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की भी हत्या कर दी गई। वहां हुए कुछ अन्य आतंकवादी हमलों में अमेरिका या फिर इजराइल का हाथ होने की आशंका जताई गई।
हाल में इजराइल और अमेरिका के प्रति ईरान के सख्त रुख के मद्देनजर ताजा हादसे को लेकर भी किसी साजिश की आशंका जताई जा रही है। हालांकि अब तक सामने आए तथ्यों के मुताबिक बेहद खराब मौसम की वजह से हेलिकाप्टर हादसे का शिकार हो गया। मगर कुछ लोगों का सवाल है कि अगर मौसम ही कारण था, तो उसी काफिले में शामिल अन्य दो हेलिकाप्टर सुरक्षित कैसे अपने गंतव्य तक पहुंच गए। इस हादसे की असली वजहें तो व्यापक जांच के बाद सामने आएंगी, लेकिन फिलहाल ईरान के सामने एक नाजुक स्थिति से निपटने की चुनौती है।