Meerut Murder Case: उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले मुस्कान और साहिल, जो अपने पति सौरभ की हत्या के आरोप में न्यायिक हिरासत में हैं, ने जेल में दस दिन पूरे कर लिए हैं और अब उन्हें काम सौंपा गया है। शुरुआती मेडिकल ऑबजर्वेशन पीरिएड से गुजरने के बाद, कैदियों को उनकी प्रायोरिटी और कौशल के आधार पर काम आवंटित किए जाते हैं।

ट्रेनिंग 1 अप्रैल से शुरू होने वाली है

इंडिया टुडे की मुस्कान ने सिलाई और कढ़ाई सीखने की इच्छा जताई है, जबकि साहिल को सब्जी की खेती की ट्रेनिंग दी जाएगी। उनकी ट्रेनिंग 1 अप्रैल से शुरू होने वाली है। मालूम हो कि मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने पति सौरभ राजपूत जो एक्स मर्चेंट नेवी अधिकारी थे की हत्या की फिर उसके शरीर के टुकड़े किए और उन्हें एक ड्रम में भर दिया सीमेंट की घोल से सील कर दिया।

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वीभत्स हत्याकांड को अंजाम देने के बाद वे दोनों हिमाचल प्रदेश में छुट्टी मनाने चले गए। रिपोर्ट के अनुसार जेल अधिकारियों ने पुष्टि की कि मुस्कान और साहिल दोनों ने एक ही बैरक में एक साथ रहने का रिक्वेस्ट किया था। हालांकि, जेल मैनुअल नियमों के अनुसार, उनके रिक्वेस्ट को अस्वीकार कर दिया गया और उन्हें अलग-अलग बैरक आवंटित किए गए हैं।

कैदियों के बीच रामायण की प्रतियां बांटीं

अधिकारियों ने ये भी नोट किया कि दोनों कैदियों ने अपने विड्रॉल सिंप्टम पर काफी हद तक काबू पा लिया है और जेल के भीतर अधिक स्थिर दिनचर्या में बदलाव कर रहे हैं। इस बीच, मेरठ के सांसद अरुण गोविल ने रविवार को चौधरी चरण सिंह जिला जेल का दौरा कर कैदियों के बीच रामायण की प्रतियां बांटीं। मुस्कान और साहिल को भी पवित्र ग्रंथ की प्रतियां दी गईं।

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गोविल के अनुसार, रामायण पाकर मुस्कान भावुक हो गईं। उन्होंने उम्मीद जताई कि रामायण पढ़ने से उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा ने पुष्टि की कि मुस्कान और साहिल ने अन्य कैदियों के साथ स्वेच्छा से रामायण स्वीकार की। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी हालत में सुधार हुआ है और वे धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट रहे हैं।

गोविल का दौरा रामायण वितरित करने के उनके चल रहे अभियान का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य कैदियों के बीच आध्यात्मिक और नैतिक चिंतन को प्रेरित करना है। अपने दौरे के दौरान, उन्होंने 1,500 प्रतियां वितरित कीं और जेल “जय श्री राम” के नारों से गूंज उठा।