बहुजन समाज पार्टी (BSP) के पूर्व एमएलसी हाजी मोहम्मद इकबाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। नये घटनाक्रम में अब हाजी मोहम्मद के खिलाफ विजिलेंस विभाग ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआईआर दर्ज की है। बता दें कि इससे पहले हाजी मोहम्मद इकबाल पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कसा था।
बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी मोहम्मद इकबाल (Haji Mohammad Iqbal) के खिलाफ विजिलेंस विभाग ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह पहली बार नहीं है जब हाजी मोहम्मद को ऐसे मामले का सामना करना पड़ रहा हो, इससे पहले भी उन पर कई केसों के चलते पुलिस, ईडी और सीबीआई जांच कर रही है।
पूर्व एमएलसी हाजी मोहम्मद के खिलाफ राज्य विजिलेंस (State Vigilance) ने मेरठ सेक्टर में आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है। हाजी मोहम्मद पर आरोप है कि एमएलसी के पद पर रहते हुए हाजी मोहम्मद के उपयुक्त आय के स्रोतों के मुकाबले खर्च छह गुना से ज्यादा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक, एमएलसी बने रहने के समय हाजी मोहम्मद के वैध स्रोतों से आय करीब 1.10 करोड़ रुपये रही लेकिन खर्च 6.91 करोड़ रहा था।
ऐसे में जांच में सामने आया कि जब हाजी मोहम्मद एमएलसी (MLC) रहे तो उन्होंने अपनी वैध आय के मुकाबले 5.7 करोड़ रुपये अधिक हासिल किए। आसान भाषा में समझा जाए तो हाजी मोहम्मद के पास इन 5.7 करोड़ रुपयों का कोई हिसाब-किताब नहीं था। ज्ञात हो कि, बीते माह में ही पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के खिलाफ पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) के तहत एक्शन लिया था।
इस कार्रवाई में पुलिस ने हाजी मोहम्मद और उनके करीबियों की तकरीबन 128 करोड़ के कीमत की संपत्ति जब्त की थी। इससे पहले साल 2021 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इकबाल की करीब 1 हजार 97 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच किया था। वहीं, उनके खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई (CBI) भी जांच कर रही है।