पंजाब में भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किये गए भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजय पोपली के आवास पर विजिलेंस विभाग ने शनिवार को छापेमारी की। विजिलेंस विभाग ने यह छापेमारी पोपली के सेक्टर- 11 चंडीगढ़ स्थित आवास पर की, जिसमें स्टोर रूम से 12 किलो सोना, 3 किलो चांदी, चार एप्पल आईफोन, एक सैमसंग फोल्ड फोन और दो सैमसंग स्मार्टवॉच की बरामदगी हुई है।

क्या-क्या हुआ बरामद: जानकारी के अनुसार, आईएएस अधिकारी संजय पोपली के आवास पर विजिलेंस विभाग की छापेमारी में बरामद हुए 12 किलो सोने में 9 सोने की ईंटें, 49 सोने के बिस्कुट और 12 सोने के सिक्के शामिल हैं। इनमें हर सोने की ईंटों का वजन 1 किलोग्राम बताई गई है, जबकि बरामद हुई 3 किलो चांदी में एक किलोग्राम की 3 चांदी की ईंटें और 18 चांदी के सिक्के (10 ग्राम/सिक्का) शामिल हैं।

रेड के दौरान बेटे की मौत: विजिलेंस ब्यूरो के आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि विजिलेंस की टीम ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किये गए संजय पोपली के बयान के आधार पर उनके आवास पर छापेमारी की थी। ऐसे में संजय पोपली के घर के स्टोर रूम में छुपा सोना, चांदी और मोबाइल फोन बरामद किया गया। यह छापेमारी चर्चा में इसलिए भी रही, क्योंकि इसी दौरान पोपली के बेटे कार्तिक की गोली लगने से मौत हो गई थी।

IAS पोपली का बड़ा दावा: बेटे की मौत के बाद समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा ट्वीट किए गए एक वीडियो में संजय पोपली ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की “हत्या” की गई। लगभग 30 सेकंड की क्लिप में नौकरशाह को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मैं एक चश्मदीद गवाह हूं, मेरे बेटे को मेरे सामने ही मार दिया गया था।” हालांकि, पुलिस इसे शुरुआत से ही आत्महत्या बता रही हैं और उनका कहना है कि विजिलेंस की टीम मौत से पहले ही घर छोड़ चुकी थी।

क्या है मामला: आईएएस अधिकारी संजय पोपली को 20 जून को नवांशहर में सीवरेज पाइपलाइन के प्रोजेक्ट में टेंडरों की मंजूरी के लिए 7 लाख रुपये की रिश्वत के रूप में 1 प्रतिशत कमीशन की मांग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में एक सहायक सचिव संदीप वत्स को भी जालंधर से गिरफ्तार किया गया है।