पंजाब के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजय पोपली के इकलौते बेटे 26 वर्षीय कार्तिक पोपली की सिर में गोली लगने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि, शनिवार की दोपहर को जिस वक्त यह घटना हुई तब विजिलेंस ब्यूरो की एक टीम चंडीगढ़ के सेक्टर 11 में घर पर तलाशी ले रही थी। ज्ञात हो कि, आईएएस संजय पोपली को भ्रष्टाचार के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले में जहां एक तरफ पुलिस कह रही है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी (आईएएस) संजय पोपली के बेटे कार्तिक पोपली की मौत आत्महत्या से हुई, वहीं परिवार दावा कर रहा है कि उसकी हत्या की गई है। चंडीगढ़ के एसएसपी कुलदीप चहल ने कहा, “विजिलेंस टीम यहां संजय पोपली के आवास पर थी और उनके बेटे कार्तिक पोपली ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।”
इसके अलावा, चहल ने दावा किया कि 27 वर्षीय ने अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। उन्होंने कहा, “विजिलेंस टीम पूछताछ के लिए यहां (आईएएस संजय पोपली के घर) पहुंची और गोली चलने की आवाज सुनी। फिर जांच में पता चला कि उनके बेटे ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली है।”
हालांकि, संजय पोपली की पत्नी ने विजिलेंस टीम पर उनके इकलौते बच्चे की हत्या का आरोप लगाया है। कार्तिक की मां ने दावा किया कि विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने उनके बेटे को ‘अपमानित और प्रताड़ित’ किया था। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि विजिलेंस टीम और लॉ स्नातक कार्तिक के बीच कहासुनी हुई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि विजिलेंस टीम हमारे घर पर थी और उन्होंने मेरे बेटे को मार डाला।
पोपली की पत्नी ने घर के बाहर पत्रकारों से कहा, “पहले संजय को झूठे मामले में फंसाया गया और अब उन्होंने मेरे बेटे को गोली मार दी।” इस मामले पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामले की जांच शुरू कर दी है। ज्ञात हो कि, संजय पोपली को पंजाब के नवांशहर में सीवरेज पाइपलाइन बिछाने के लिए टेंडर क्लियर करने के बदले रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। संजय को आज कोर्ट में पेश किया जाना था।