उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला दारोगा ने धौंस दिखाते हुए मुखबिर की सूचना पर जालौन के दो कारोबारियों को पनकी स्थित सेक्स रैकेट संचालिका के घर से उठा लिया। फिर उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाकर घुमाती रहीं और लूटे गए गहनें देने के बदले करीब 15 लाख रुपए की घूस मांगी। हालांकि, बाद में दारोगा को घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया।
महिला दारोगा की पहचान भुवनेश्वरी देवी के रूप में हुई है। बताया जा रहा है महिला दारोगा एडिशनल डीसीपी पूर्वी राहुल मिठास के दफ्तर में तैनात थी। महिला दारोगा को शुक्रवार रात क्राइम ब्रांच ने 50 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। महिला दारोगा पर आरोप है कि वह मुखबिर की सूचना पर एक होमगार्ड के साथ पनकी स्थित एक घर में छापा मारने पहुंची थी। जहां सेक्स रैकेट संचालित किये जाने का संदेह था।
आरोपों के मुताबिक, महिला दारोगा ने यहीं से जालौन के दो कारोबारियों को पकड़कर बंधक बना लिया और उनसे गहनें-पैसे छीन लिए थे। इसके बाद वह कारोबारियों को करीब तीन घंटे तक गाड़ी में बैठाकर शहर भर में घूमती रहीं। फिर एक ढाबे पर उनके साथ मारपीट कर छोड़ दिया गया। दारोगा ने कारोबारियों को छोड़ने के बदले 15 लाख की रिश्वत मांगी लेकिन बात 50 हजार में तय हुई थी।
मिली जानकारी के अनुसार, महिला दारोगा ने फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी देकर दोनों कारोबारियों को तड़के सुबह छोड़ दिया। प्रताड़ित कारोबारियों ने पुलिस आयुक्त से मिलकर पूरी घटना बताई इसके बाद तय योजना के मुताबिक, क्राइम ब्रांच ने महिला दरोगा को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में पुलिस ने बताया कि सेक्स रैकेट चलाने वाली महिला का पूरा नेक्सस था, जो शहर के बाहर से आए कारोबारियों को देह व्यापार के तहत युवतियां उपलब्ध कराती थी। इस मामले में अब महिला दोरागा, होमगार्ड और अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पकड़ लिया गया है।
फिर मुखबिर, महिला दारोगा को सूचना देकर पुलिस की दबिश डलवा देता था, ऐसे में सभी मिलकर कारोबारियों से मुंह मांगी कीमत वसूल किया करते थे। हालांकि, इस बार सभी की किस्मत धोखा दे गई और मामला खुल गया, वहीं महिला दारोगा को सस्पेंड कर दिया गया है।