Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से चौंकने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने शख्स की हत्या के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, हत्या जिस वजह से की गई है, उसने पुलिस को चौंका दिया है।

पुलिस ने बताया कि शख्स की हत्या इसलिए की गई थी ताकि उसकी खोपड़ी का इस्तेमाल “तांत्रिकों” के निर्देश पर तंत्र-मंत्र के लिए किया जा सके। मूल रूप से बिहार के रहने वाले आरोपी दिल्ली में ई-रिक्शा चालक के रूप में काम करते थे।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों में से दो ने अपने एक दोस्त को बताया कि उन्होंने YouTube वीडियो देखकर काला जादू सीखा है। अगर वे इंसान की खोपड़ी का इस्तेमाल होने वाला अनुष्ठान करते हैं तो वे अमीर बन सकते हैं।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान विकास, 28, उर्फ ​​परमात्मा, नरेंद्र, पवन कुमार और पंकज के रूप में हुई है। पुलिस ने मृतक की खोपड़ी और उस व्यक्ति की हत्या में इस्तेमाल किए गए धारदार हथियार भी बरामद किए हैं।

हत्या इसी साल जून महीने में की गई थी। पुलिस ने गाजियाबाद में एक नाले से सिरकटा शव बरामद किया था। घटना की जांच के दौरान अगस्त में दो आरोपियों – विकास गुप्ता (24) उर्फ ​​मोटा और धनंजय (25) को गिरफ्तार किया गया था।

पूछताछ के दौरान, उन्होंने खुलासा किया कि विकास (28) उर्फ ​​परमात्मा ने एक व्यक्ति की हत्या करने और उसकी खोपड़ी लाने के लिए उनसे संपर्क किया था, ताकि वो उसका इस्तेमाल काले जादू के अनुष्ठानों के लिए किया जा सके।

पुलिस के अनुसार, परमात्मा, जिस पर पहले से ही 25,000 रुपये का इनाम था, हत्या का मास्टर माइंड था। मोटा और धनंजय ने पुलिस को बताया कि उन्होंने परमात्मा के इशारे पर राजू शाह (29) नाम के शख्स की हत्या की थी।
पुलिस ने 7 दिसंबर (शविवार) को परमात्मा को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ के दौरान, परमात्मा ने खुलासा किया कि एक दोस्त, नरेंद्र ने उसे पंकज और पवन की ओर से एक मानव खोपड़ी खरीदने के लिए कहा था। ये विश्वास करने के बाद कि काला जादू उन्हें अमीर बना देगा, परमात्मा ने विकास और धनंजय को राजू की हत्या करने, उसका सिर काटने और उसकी खोपड़ी नरेंद्र को देने के लिए 5 लाख रुपये का लालच दिया था।

आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने गाजियाबाद में एक नाले से राजू की खोपड़ी भी बरामद की। इसके अलावा, पुलिस ने एक जानवर की खोपड़ी, धारदार हथियार और अपराध में इस्तेमाल किया गया एक मोबाइल फोन भी बरामद किया।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “जून 2024 में हमें एक सिर कटा हुआ शव मिला। घटना के बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की और जांच शुरू की… हमने खोपड़ी बरामद कर ली है और सभी आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।”