बीते महीने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व पीएम मोदी के दौरे के बीच कानपुर हिंसा भड़की थी। इसी क्रम में जब शनिवार यानी 16 जुलाई को बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे, उससे पहले कानपुर में देर रात माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। घटना कानपुर के बिल्हौर इलाके से सामने आई, जहां एक युवक पर जानलेवा हमला हुआ।
जानकारी के अनुसार, कानपुर के बिल्हौर के पंत नगर इलाके में पुलिस के लिए हालात तब चुनौतीपूर्ण बन गए, जब देर रात 11 बजे एक युवक पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया। घटना में राहुल नाम का युवक अपने भाई प्रथम के साथ बाजार गए हुए थे। जब वह बाजार से वापस आ रहे थे तभी शादाब, कासिम, जैद और अन्य दर्जन भर से ज्यादा युवकों ने किसी बात पर विवाद के बाद उन्हें घेर लिया।
घायल युवक के भाई के मुताबिक, कहासुनी के बाद लड़कों ने धारदार हथियार से राहुल के ऊपर हमला कर दिया। इस बीच मैं जान बचाकर भाग निकला। वहीं जब इस घटना के बारे में अन्य लोगों को जानकारी मिली तो वह युवक के समर्थन में सड़क पर आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस के लिए हालात संभालना इसलिए भी जरूरी था, क्योंकि अगली सुबह पीएम मोदी प्रदेश के जालौन जिले में पहुंचने वाले थे।
हालांकि, कुछ ही देर में पुलिस ने हालत को काबू में कर लिया। इसके बाद किसी भी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए गांव में पीएसी बल तैनात कर दिया गया। एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह ने बताया, “घायल युवक राहुल के भाई प्रथम की तहरीर पर 16 नामजद और 50 से ज्यादा अज्ञात पर एफआईआर लिखी है। हत्या का प्रयास, बलवा समेत अन्य धारा लगी हैं।
पुलिस के अनुसार, मामले में अब तक 6 आरोपियों को अरेस्ट किया गया है और बाकी की तलाश जारी है। एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह के मुताबिक, अभी तक घटना की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि इलाके का माहौल बिगाड़ने के लिए साजिश रची गई थी।
वहीं घायल से हालचाल पूछने के पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा और मंडलायुक्त राजशेखर हैलट अस्पताल भी पहुंचे। बता दें कि, इससे पहले 3 जून को कानपुर हिंसा भड़की थी। उस दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी कानपुर के परौंख गांव में मौजूद थे।