कानुपर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत में पुलिस की दरिंदगी सामने आने के बाद से यूपी पुलिस पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। अब यूपी में बीजेपी की एक सहयोगी पार्टी के नेता ने अधिकारियों के लिए साइको टेस्ट की मांग की है।

निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद ने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में कहा कि अधिकारियों का साइको टेस्ट होना चाहिए, इस दौरान उन्होंने अपने भाई की दर्दनाक मौत की कहानी भी बताई।

संजय निषाद ने न्यूज 24 के एक कार्यक्रम में मनीष गुप्ता की मौत पर कहा- “मैं तो इस पर जांच मांगूंगा, जांच होकर तुरंत इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। ये जो अंग्रेजों के बनाए हुए ऐसे कानून हैं, इतना पुलिस को छूट नहीं मिलनी चाहिए, जितना मिला हुआ है…। ऐसे जो अधिकारी समाज की सेवा के लिए लगाए गए हैं, उनका साइको टेस्ट होना चाहिए कि वो समाज के प्रति कितने गंभीर हैं, तब जाकर उन्हें जिम्मेदारी दी जाए”।

संजय निषाद ने आगे कहा कि “ये परंपरा पड़ी हुई है पिछली सरकारों से, और उसका मैं भुक्तभोगी हूं 2015 में। कैसे अधिकारी सरकार को गुमराह करते हैं, कैसे अपनी छवि को बचाने के लिए… कम से कम 10 हजार लोगों के सामने पुलिस ने मेरे भाई को गोली मारी थी। पॉलीथिन में ले गए थे… मैं खोजता रहा”।

बता दें कि यूपी में पुलिस पर कई गंभीर आरोप लग चुके हैं। इसी क्रम में गोरखपुर के रामगढ़ ताल में हुई मनीष गुप्ता की मौत का भी आरोप पुलिसकर्मियों पर ही लगा है। मनीष, कानपुर में प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे और गोरखपुर बिजनस के सिलसिले में आए थे। यहां वो एक होटल में अपने दोस्तों के साथ रूके थे, जहां पुलिस वाले सर्च करने पहुंचे और इसी दौरान उनकी मौत हो गई।

परिजनों और दोस्तों का कहना है कि मनीष गुप्ता की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है, वहीं पुलिस वाले उनकी मौत की वजह, मनीष के गिरने को बता रही है। हालांकि काफी हंगामे के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। इस मामले में एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें पुलिस अधिकारी पीड़ित परिवार पर समझौते के लिए दवाब बनाते देखे जा रहे थे।