तमिलनाडु के रामेश्वरम में बुधवार को स्कूल जा रही कक्षा 12वीं की एक छात्रा की दिनदहाड़े चाकू मारकर हत्या करने के आरोप में 21 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि लड़की ने कथित तौर पर आरोपी के प्रेम प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। इस घटना को लेकर पाट्टाली मक्कल कॉची (पीएमके) , भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समेत राजनीतिक दलों ने सत्तारूढ़ द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सरकार की आलोचना की। जहां अन्नाद्रमुक ने आरोपी को अपराध के लिए कड़ी से कड़ी सज़ा देने की मांग की, वहीं पीएमके नेता अंबुमणि रामदॉस ने आरोप लगाया कि राज्य में द्रमक शासन के दौरान केवल “असामाजिक तत्व” ही सुरक्षित हैं।
लड़की अपने परिवार के साथ द्वीप शहर के पास चेरनकोट्टई में रहती थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान मुनियाराज के रूप में हुई है, जो उसी इलाके का निवासी है और कई दिनों से स्कूली छात्रा का कथित तौर पर पीछा कर रहा था। पुलिस के अनुसार, आरोपी छात्रा के बार-बार मना करने के बावजूद उस पर प्रेम प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए दबाव डाल रहा था। पुलिस और स्थानीय खबरों के अनुसार, लड़की के पिता मरियप्पन ने हाल में कथित उत्पीड़न को लेकर युवक को लड़की को परेशान न करने की चेतावनी दी थी। अधिकारियों ने बताया कि प्रेम प्रस्ताव को लगातार ठुकराने और उसके परिवार की चेतावनी से क्रोधित होकर आरोपी ने लड़की पर हमला करने का फैसला किया। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने बुधवार सुबह लड़की के स्कूल जाने के दौरान उस पर (लड़की) हमला कर दिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने सड़क पर लड़की पर चाकू से कथित तौर पर कई बार वार किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि लड़की ने घटनास्थल पर चिकित्सीय मदद पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। अधिकारियों ने बताया कि राहगीरों ने पुलिस को हमले के विषय में सूचना दी, जिसके बाद पोर्ट पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और शव को बरामद किया। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है और हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि हमले के बाद आरोपी मौके से भाग गया लेकिन एक विशेष पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है और मामले में जांच जारी है।
अन्नाद्रमुक महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि वह हत्या के विषय में जानकर स्तब्ध हैं। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में सिलसिलेवार टिप्पणियों में पूछा, “ऐसी स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है जहां सुबह स्कूल जाने वाली एक छात्रा भी सुरक्षित नहीं है? आरोपी में एक स्कूली छात्रा की दिनदहाड़े हत्या करने का दुस्साहस कहां से आया।” तमिलनाडु सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “इस तरह के जघन्य अपराध स्टालिन-मॉडल द्रमुक शासन के तहत महिला सुरक्षा पर कानून और व्यवस्था के पूरी तरह से ध्वस्त हो जाने का परिणाम हैं।”
पलानीस्वामी ने सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि संदिग्ध को अधिकतम सजा मिले। घटना को लेकर द्रमुक सरकार पर निशाना साधते हुए पीएमके नेता अंबुमणि रामदॉस ने कहा कि उनकी पार्टी ने सरकार से बस स्टॉप और स्कूलों के पास पुलिस सुरक्षा देने की मांग की है। बुधवार को पार्टी के एक बयान में उन्होंने कहा, “द्रमुक ने पीएमके की मांग पर ध्यान नहीं दिया और इसके कारण रामेश्वरम में एक निर्दोष छात्र की नृशंस हत्या हुई। द्रमुक सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।”
उन्होंने मांग की कि आरोपियों को मौत की सजा दी जाए और पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये की सहायता दी जाए। घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष नैनार नागेंथ्रान ने कहा कि द्रमुक शासन के तहत महिलाओं के खिलाफ अपराध कम नहीं हुए हैं।
उन्होंने आगे कहा, “पिछले 4.5 वर्षों से, भाजपा महिला सुरक्षा के लिए कई विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रही है।” एक सोशल मीडिया पोस्ट में पीड़िता के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए, नागेंथ्रान ने कहा, “हर दिन हमें सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के उत्पीड़न संबंधी खबर मीडिया में नजर आती है। बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किए जाने के बावजूद, हमें अब भी घर पर अपने बच्चों की सुरक्षा करनी पड़ती है।” उन्होंने लिखा, “हमारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन द्रमुक के आतंक के शासन को समाप्त करने के लिए त्वरित एवं निर्णायक न्याय प्रदान करेगा।” खूबसूरती के जाल में अधिकारियों को फंसाती, संबंध बनाकर शादी करती, फिर शुरु करती असली खेल, दर्जन भर ऑफिसर हुए शिकार
