बिहार के सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी, मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति के यहां छापे में करोड़ों के हेर-फेर का पता चला है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SUV) ने बुधवार को कुलपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के घर पर छापा मारा था। उनके घर से सिर्फ लाखों के तो कपड़े ही मिले हैं।
मिली जानकारी के अनुसार कुलपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के बिहार समेत यूपी के भी कई ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। इस छापे में उनके घर से लाखों के कीमती कपड़े भी मिले हैं। बताया जाता है कि कुलपति महंगे कपड़े पहनने के शौकीन हैं। उनके घर से आठ महंगे सूट के साथ-साथ कई बेल्ट, टाई, शर्ट, पाजामा, गर्म कपड़े, ब्रिफकेस बरामद किया गया। इन सब की कीमत लाखों में है।
छापे के बाद विजिलेंस टीम ने इन कपड़ों का ब्यौरा नहीं मिलने के कारण सीज कर लिया और अपने साथ लेकर चली गई। इन कपड़ों में एक सूट की कीमत चालीस हजार बताई जा रही है, वहां शर्ट और पैंट की कीमत 10 हजार और इसी तरह टाई की कीमत भी पांच हजार बताई जा रही है। हालांकि इन कपड़ों को लेकर अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
स्पेशल विजिलेंस यूनिट के अतिरिक्त डीजी नैयर हसनैन खान ने बताया कि बोधगया, गोरखपुर और लखनऊ में डॉ. प्रसाद के कार्यालय और आवास पर छापा मारा गया। विजिलेंस अधिकारियों को उनके बंगले से भारी नकदी का पता लगा है। साथ ही वित्तीय अनियमितताओं की पुष्टि करने वाले दस्तावेज पाए गए हैं। उन्होंने अपने रिश्तेदारों को ही ठेका दिया था। आरोप है कि उन्होंने सुरक्षा गार्डों के वेतन में भी हेराफेरी की है।
सतर्कता अधिकारियों ने वीसी के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज की है। विजिलेंस अधिकारियों ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी और कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के परिसरों की भी तलाशी ली है। मगध विश्वविद्यालय में 30 करोड़ रुपये की वित्तीय गड़बड़ी का पता चला है। इससे पहले 2009 में मगध विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति डॉ. बी एन पांडे को भी भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद पद से हटा दिया गया था।