गुजरात के सूरत के एक बाजार में कपड़े बेचने वाले 27 साल के मुस्लिम युवक को कथित तौर पर फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल करने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि फर्जी आधार कार्ड में उसने हिंदू नाम का इस्तेमाल किया था। बताया जा रहा है कि यह शिकायत विश्व हिंदू परिषद (VHP) के एक सदस्य ने दर्ज कराई है।
मजदूरी छोड़कर महिलाओं के कपड़े की दुकान चला रहा है आरोपी
द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पुनागाम में इंस्पेक्टर एम सी नायक ने कहा, “आरोपी पिछले नौ वर्षों से सूरत में रह रहा था और वह अविवाहित है। वह पहले कपड़ा बाजार क्षेत्र में मजदूरी करता था। पिछले डेढ़ साल से वह अवध मार्केट में रूही फैशन नाम से महिलाओं के लिए कपड़े की दुकान चला रहे थे। किराये के दस्तावेज में उसने खुद को ओजैर आलम बताया। वहीं फर्जी आधार कार्ड में उसने खुद को अर्जुनसिंह भंवरसिंह बताया था।
कहां-कहां किया है आधार कार्ड का इस्तेमाल, पुलिस कर रही पूछताछ
नायक ने कहा, “पिछले नौ वर्षों से स्थानीय लोग जो उसका नाम नहीं बोल पाते थे उसे अर्जुन कहते थे। जाहिर तौर पर इसने उन्हें नाम बदलने के लिए प्रेरित किया। करीब डेढ़ महीने पहले उसने दुकान पर कंप्यूटर का इस्तेमाल कर आधार कार्ड पर अपना नाम फर्जी तरीके से लिख लिया। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या उसने आधार कार्ड का इस्तेमाल कहीं और किया है। हमने उसका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है और सुराग पाने के लिए उसकी जांच कर रहे हैं। हम अधिक जानकारी हासिल करने के लिए उससे पूछताछ कर रहे हैं।”
हिंदू बहुल इलाके में दुकान चलाने के लिए फर्जी नाम-पता या कोई और मकसद
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सूरत के पुनागाम में अवध बाजार हिंदू बहुल इलाके में स्थित है। शुक्रवार रात सूरत के पांडेसारिया इलाके के निवासी नरेंद्र चौधरी ने शिकायत दर्ज कराई। वह वीएचपी के सदस्य भी हैं। अपनी शिकायत में चौधरी ने आरोप लगाया कि ओजैर ने फर्जी आधार कार्ड बनवाया है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी की सजा), 465 (जालसाजी के लिए सजा), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) के तहत अपराध दर्ज किया था।
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पुलिस स्टेशन लाने पर बताई सच्चाई, नाम के साथ पता भी बदला था
नरेंद्र चौधरी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एमसी नायक अपनी टीम के साथ दुकान पर पहुंचे। जैसे ही आलम को पुलिस स्टेशन ले जाया गया, वह टूट गया और उसने अपना मूल नाम ओजैर आलम बताया। हकीकत में वह बिहार के पश्चिम चंपानेर जिले का मूल निवासी है। वहीं, फर्जी आधार कार्ड में उसने खुद को राजस्थान का निवासी बताया है। मामला सामने आने के बाद ओजैर आलम के कारनामे से तमाम स्थानीय लोग सकते में आ गए हैं।