उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुराना नाम लेने पर समाजवादी पार्टी के नेता आई पी सिंह के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है। आई पी सिंह पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगा है। आरोप है कि समाजवादी पार्टी के नेता आई पी सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर योगी आदित्यनाथ का पुराना नाम ‘अजय सिंह बिष्ट’ लिखा था।

आई पी सिंह पर आईटी एक्ट की धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक तरीके से घृणित वस्तु को प्रचारित करना) के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक यह एफआईआर बीते सोमवार (02-12-2019) को शिवपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। कैनटॉनमेन्ट के सर्किल ऑफिसर मोहम्मद मुश्ताक ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि ‘थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि आई पी सिंह ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है जिसके आधार पर यह एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री का पुराना नाम लिया था…हमलोग इस मामले की तफ्तीश कर रहे हैं और जांच के बाद ही आगे की जानकारी दी जाएगी।’

वाराणसी सिविल कोर्ट के वकील कमलेश चंद्र त्रिपाठी ने अपनी शिकायत में कहा है कि ‘आई पी सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर आदरणीय मुख्यमंत्री को ‘अजय बिष्ट’ कहा है। इसके जरिए सनातम धर्म, संत और साधु सभ्यता का मजाक उड़ाया गया है। इसके जरिए उन्होंने करो़ड़ों लोगों की आस्था और विश्वास को ठेस पहुंचाया है। योगी आदित्यनाथ गोरक्षा पीठ के पीठाधीश्वर हैं…जिससे कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था जुड़ी हुई है।’

इधर इस पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी के नेता आई पी सिंह का दावा है कि उन्हें इस एफआईआर के बारे में मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला है। समाजवादी पार्टी के नेता के मुताबिक ‘पुलिस ने उन्हें इस मामले में अभी तक कुछ भी नहीं कहा है। उनका आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में बिना उनका पक्ष जाने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया मैंने यूपी के सीएम आदित्यनाथ का पुराना नाम लेकर कुछ गलत नहीं किया है।’ एसपी नेता ने बीते बुधवार को ट्वीट कर कहा कि वो हाईकोर्ट जाएंगे और इस एफआईआर को चुनौती देंगे। (और…CRIME NEWS)