पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के वांछित शार्प शूटर जगरूप रूपा और मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नू कुस्सा के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद मानसा पुलिस ने दीपक मुंडी को पकड़ने के लिए ऑपरेशन मुंडी लांच कर दिया है। बता दें कि, दीपक मुंडी के बाकी साथी प्रियव्रत, अंकित सेरसा और कशिश दबोचे जा चुके हैं। यह सभी हरियाणा बोलेरो मॉड्यूल का हिस्सा थे।
एसएसपी बोले- लीड मिली, जल्द आएगा रिजल्ट
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पुलिस ने कुल छह शार्प शूटरों की पहचान की, जिनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया और दो मुठभेड़ में मारे गए। एक शार्प शूटर दीपक मुंडी फिलहाल फरार है और उसकी तलाश मानसा और दिल्ली पुलिस कर रही है। मानसा के एसएसपी गौरव तोरा ने कहा है कि “पुलिस को दीपक मुंडी के बारे में अच्छी लीड और सुराग मिले हैं जल्द ही अच्छा रिजल्ट आने की उम्मीद है।”
बोलेरो मॉड्यूल का हिस्सा
मूसेवाला हत्या के बाद जांच में सामने आया था कि दीपक मुंडी बोलेरो मॉड्यूल का हिस्सा था, जिसका नेतृत्व हरियाणा का शार्पशूटर प्रियव्रत फौजी कर रहा था। इसी गाड़ी में उसके साथ अंकित सेरसा और कशिश भी थे, जो मूसेवाला की हत्या के बाद गुजरात भाग गए थे। इसी दौरान जब प्रियव्रत बिना चेहरा ढके इधर-उधर घूमने लगा तो फौजी की सेरसा और मुंडी से अनबन हो गई थी।
फौजी से झगड़े के बाद अलग हुआ दीपक मुंडी
प्रियव्रत फौजी से झगड़े के बाद दीपक और अंकित दूसरी जगह के लिए रवाना हो गए थे लेकिन जब अंकित को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया, तब दीपक ने अंकित का भी साथ छोड़ दिया था। ज्ञात हो कि दीपक अभी भी फरार है।
उसके साथी प्रियव्रत फौजी व कशिश उर्फ कुलदीप को मानसा पुलिस ने पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है और अंकित सेरसा को मानसा पुलिस से रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि पूछताछ में ही दीपक मुंडी के संभावित ठिकानों के बारे में जानकारी मिली है।
मूसेवाला की हत्या में अहम भूमिका
मूसेवाला की 29 मई को मनसा के जवाहरके गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसकी जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथी और कनाडाई गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली थी। मानसा पुलिस के मुताबिक इस हत्या में बोलेरो और कोरोला मॉड्यूल का इस्तेमाल किया गया था। दीपक मुंडी बोलेरो मॉड्यूल का हिस्सा था, जिसका नेतृत्व हरियाणा का शार्पशूटर प्रियव्रत फौजी कर रहा था। वहीं कोरोला मॉड्यूल में जगरूप रूपा और मनप्रीत थे।