पंजाब के मोगा जिले बाघापुराना के मारी मुस्तफा गांव में एक गैंगस्टर की अज्ञात हमलावरों ने शनिवार को गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान हरजीत सिंह उर्फ पिंटा (35) के रूप में हुई है, जो अपने दोस्त गुरप्रीत सिंह को बाइक से घर छोड़ने जा रहा था। पुलिस की मुताबिक, रास्ते में दो अज्ञात हमलावरों ने उनकी बाइक को रोका और पिंटा पर गोलियां चला दी और फिर मौके से फरार हो गए।
मोगा के एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना ने कहा कि पूर्व में कई मामलों में गिरफ्तार हुए हरजीत को एक गोली गर्दन पर जबकि दूसरी उसके पेट में लगी। ऐसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, जांघ में गोली लगने से उसका दोस्त गुरप्रीत भी घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मोगा की एसपी (जांच) रूपिंदर कौर भट्टी ने बताया कि गांव में कबड्डी का मैच चल रहा था, तभी गुरप्रीत ने हरजीत को बाइक से घर छोड़ने को कहा था।
एसपी (जांच) रूपिंदर कौर भट्टी के मुताबिक, हरजीत जिस बाइक से गुरप्रीत को छोड़ने जा रहा था, वह उसकी नहीं थी बल्कि एक गांव वाले से मांगी थी। हरजीत पर हमला करने वाले दो अज्ञात हमलावर बाइक पर आए थे। अधिकारी ने आगे बताया कि हरजीत पर मोगा, फरीदकोट और अन्य स्थानों पर कम से कम दस घटनाओं में मामला दर्ज किया गया था। मृतक हरजीत पहले बांबिहा समूह से जुड़ा था लेकिन फिर वह अलग हो गया था।
पुलिस की मानें तो हरजीत जमानत पर बाहर था और ग्रामीणों के अनुसार उसकी अपने इलाके के कुछ लोगों से रंजिश चल रही थी। सूत्रों ने बताया कि हरजीत पर हत्या, हत्या के प्रयास, मारपीट और एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। मोगा पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई समूह के कुछ लोगों द्वारा कथित तौर पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट अपलोड किया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि उन्होंने ही हरजीत को मारा है।
हालांकि, पुलिस ने अभी तक वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की है और कहा है कि यह जांच को गुमराह करने की एक चाल भी हो सकती है। पुलिस के अनुसार, इस मामले में बाघापुराना पुलिस स्टेशन में मारी मुस्तफा गांव के चमकौर सिंह उर्फ बेअंत और एक अन्य अज्ञात के खिलाफ हत्या और शस्त्र अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। जबकि हरजीत के परिजनों का दावा है कि उसे अपने विरोधियों से जान से मारने की धमकी मिल रही थी।