इंटरनेट के इस जमाने में लगभग सभी लोग सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं। अपराधी भी इससे दूर नहीं है, भले ही वह पहचान बदलकर ही क्यों न इस्तेमाल कर रहे हों। लेकिन एक अपराधी फेसबुक के जरिए ऐसा फंसा कि सीधे हवालात की सैर करने भेज दिया गया। दरअसल, प्रयागराज के एक ट्रेनी आईपीएस ने एक मामले में तरकीब लगाते हुए किडनैपर को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर पहले चैट की फिर अपहृत युवती को छुड़ाकर आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
दरअसल, कुछ समय पहले प्रयागराज के यमुनापार इलाके की एक लड़की को एक सुरजीत नाम के युवक ने अगवा कर लिया था। फिर वह युवती को लेकर मुंबई चला गया था। पुलिस तमाम कोशिशों के बावजूद आरोपी को पकड़ा नहीं पा रही थी, क्योंकि उसने अपना फोन ऑफ कर रखा था। पुलिस यह एक्शन घूरपुर थाने में दर्ज रिपोर्ट पर कर रही थी, जिसे युवती के माता-पिता के द्वारा फाइल कराया गया था। जांच में सामने आया था कि वह मुंबई में कहीं रह रहा है।
इसी छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी सोशल साइट्स का इस्तेमाल ज्यादा करता है। ऐसे में प्रयागराज के एक प्रशिक्षु आईपीएस चिराग जैन ने एक तरकीब निकाली। उन्होंने फेसबुक पर एक लड़की के नाम पर आईडी बनाई और फिर आरोपी को फ्रेंस रिक्वेस्ट भेजी। आरोपी ने फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली और फिर बातचीत के दौरान उससे मोबाइल नंबर मांगा गया। आरोपी युवक ने झांसे में आकर अपना मोबाइल नंबर दे दिया।
आरोपी युवक द्वारा फेसबुक चैट पर दिए गए नंबर को पुलिस ने ट्रैक कर लिया। इसके बाद प्रयागराज के घुरपुर की निवासी अपहृत युवती को भी छुड़ा लिया गया। साथ ही प्रयागराज पुलिस के प्रशिक्षु आईपीएस चिराग जैन, बुधवार को आरोपी युवक और अपहृत युवती को मुंबई से प्रयागराज लेकर आए। पुलिस अब आरोपी युवक से पूछताछ कर रही है और आगे की जांच के लिए कार्रवाई करने की तैयारी में है।
वहीं, प्रयागराज के यमुनापार इलाके के घुरपुर की निवासी अपहृत युवती को भी मेडिकल जांच व अन्य प्रक्रियाओं के लिए भेजा जा रहा है। हालांकि, फेसबुक पर आईडी बनाकर अपराधी को दबोचने का यह पहला मामला है, जिसकी पुलिस विभाग में चर्चा जोरों पर है। वहीं, सभी लोग एक प्रशिक्षु आईपीएस की इस नायाब तरकीब की प्रशंसा भी कर रहे हैं।
