Jammu Kashmir Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के राजौरी सेक्टर में गुरुवार दोपहर बाद सेना के ट्रक पर हुए आतंकी हमले में आग लगने से पांच जवान शहीद हो गए। एक घायल जवान को आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने पहले सेना के ट्रक पर फायरिंग की। आतंकी हमले की ओर से ग्रेनेड अटैक किए जाने की आशंका भी सामने आई है। सूत्रों का दावा है कि पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) नाम के आतंकी संगठन ने सेना के ट्रक पर इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

IB अलर्ट के बाद दिए गए थे कड़ी सुरक्षा के आदेश

रिपोर्ट्स के मुताबिक जम्मू कश्मीर में आतंकियों की ओर ग्रेनेड हमले को लेकर IB ने हाल ही में आशंका जताई थी। IB ने कश्मीर घाटी मेों पाकिस्तान प्रेरित आतंकी संगठनों के मूवमेंट को लेकर भी अलर्ट दिया था। IB अलर्ट के बाद गृह मंत्रालय ने हाल ही में जम्मू कश्मीर की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए थे। अलर्ट के बाद मंत्रालय ने केंद्रशासित प्रदेश के श्रीनगर, साउथ कश्मीर, राजौरी और पुंछ में सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा के आदेश दिये थे।

आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट के पीछे कौन

आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने सुरक्षा में सेंधमारी कर दी। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने वाला PAFF कुख्यात आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ यानी उसका ही प्रॉक्सी है। जनवरी 2023 में ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे आतंकी संगठन घोषित करने के साथ इस पर प्रतिबंध लगाया था। PAFF को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से भी फंडिंग मिलने की बात सामने आई है।

ये हैं आतंकी संगठन PAFF के नापाक मंसूबे और साजिश

गृह मंत्रालय की ओर से आतंकी संगठन PAFF पर बैन लगाने के लिए जारी नोटिफिकेशन में लिखा था कि जम्मू-कश्मीर में काम कर रहे देश के बाकी राज्यों के नागरिकों, भारतीय सुरक्षा बलों और राजनीतिक नेताओं को PAFF धमकियां देता रहता है। इसके अलावा PAFF जम्मू-कश्मीर और भारत के दूसरे बड़े शहरों में आतंकी हमलों की साजिश रचने में शामिल रहता है। वहीं, बाकी कई आतंकी और अतिवादी संगठनों के साथ मिलकर मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने की साजिश भी रचता है। आतंकी ट्रेनिंग कैंप के जरिए PAFF आतंकियों की भर्तियां भी करता है।

अल कायदा से जुड़े आतंकियों से प्रेरित है PAFF

आतंकी संगठन PAFF साल 2019 में शुरू हुआ था। खासकर जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद PAFF का नाम सामने आया था। वैश्विक आतंकी समूह अल कायदा के लिए वफादार कुख्यात आतंकी समूह अंसार गजवत-उल-हिंद के मारे गए कमांडर जाकिर मूसा से प्रेरित है PAFF ने पिछले साल भी जम्मू कश्मीर के राजौरी में ही आर्मी कैंप पर हमला किया था। इसमें सेना के 4 जवान शहीद हो गए थे।

Jammu Kashmir Terrorist Attack: Poonch इलाके में आतंकी हमला, 5 जवान शहीद | Video

वीडियो जारी कर टार्गेट किलिंग की आतंकी धमकी

इससे पहले PAFF ने साल 2020 में वीडियो जारी कर धमकी दी थी कि कश्मीर में इजरायल की तरह सेटलर्स कॉलोनी नहीं बसाने देंगे। उसने कहा था कि कश्मीर में बसने वाले लोगों को निशाने पर लिया जाएगा। कश्मीर घाटी में कई टार्गेट किलिंग को अंजाम दे चुके आतंकी संगठन PAFF ने अक्टूबर 2021 में पुंछ जिले के ही सुरनकोट में घात लगाकर किए गए हमले की जिम्मेदारी ली थी। उस आतंकी हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। बीते दिनों श्रीनगर में होने वाले जी-20 सम्मेलनों को लेकर भी इस आतंकी संगठन ने धमकी जारी की है।