एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस हत्या की जांच के तहत आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को छतरपुर के जंगल के अलावा शहर के कुछ अन्य स्थानों पर ले जाया जाएगा।
पुलिसकर्मी जब पूनावाला को जंगल में ले गए तब उसका चेहरा कपड़े से ढका हुआ था तथा कैमरामैन एवं पत्रकार उसका फोटो एवं बयान लेने के लिए आपाधापी कर रहे थे। ऐसा लगता है कि इस नृशंस हत्या को लेकर जनाक्रोश सामने आने लगा है क्योंकि जब छतरपुर के जंगल में उसे ले जाया गया तब वहां एक महिला ने उससे सवाल किया कि उसे अपनी करतूतों पर शर्म नहीं है।
पूनावाला ने जांच के दौरान पुलिस को बताया कि शादी को लेकर झगड़ा होने के बाद उसने अपनी साथी श्रद्धा वालकर को मार डाला। उसके शव को टुकड़ों में काटने का विचार उसे एक अमेरिकी टेलीविजन सीरीज ‘डेक्सटर’ से आया। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने शव के टुकड़ों को रखने के लिए एक फ्रिज खरीदा तथा वह इन टुकड़ों को फेंकने के लिए आधी रात को निकलता था। पुलिस के अनुसार आरोपी ने इन टुकड़ों को फेंकने की योजना इस आधार पर सावधानीपूर्वक बनाई थी कि शरीर का कौन सा हिस्सा जल्द से जल्द सड़ना शुरू हो जाता है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने जिन इलाकों में शव के टुकड़ों को फेंकने की जानकारी दी, वहां से 13 टुकड़े बरामद किए गए हैं, लेकिन फारेंसिक जांच के बाद ही पुष्टि हो सकेगी कि क्या ये पीड़िता से जुड़े हैं। पुलिस को अभी तक हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार नहीं मिला है। पुलिस ने बताया कि पूनावाला और श्रद्धा वालकर आनलाइन डेटिंग ऐप के माध्यम से एक दूसरे के संपर्क में आए और बाद में दोनों मुंबई में एक काल सेंटर में काम करने लगे एवं दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया। पुलिस का कहना है कि लेकिन जब उनके परिवारों ने दोनों के अलग-अलग धर्म होने के कारण इस रिश्ते का विरोध किया तब यह युगल इस साल मई में दक्षिण दिल्ली के महरौली आ गया।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त-प्रथम (दक्षिण जिला) अंकित चौहान ने बताया कि मध्य मई में शादी को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई, जो बढ़ गई तथा पूनावाला ने श्रद्धा की हत्या कर दी। चौहान ने बताया कि पूनावाला के साथ अपने रिश्ते को लेकर मतभेद के चलते श्रद्धा की अपने परिवारवालों से ठीक से बातचीत भी नहीं होती थी। मुंबई में श्रद्धा के पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पूनावाला श्रद्धा के साथ मारपीट करता था और उसने पहले यह बात अपने परिवार को बताई थी।
चौहान ने कहा कि जब महिला के पिता ने आरोपी को फोन किया तब उन्हें बताया गया कि दोनों कुछ समय पहले अलग हो गए। अपनी बेटी से संपर्क नहीं कर पाने पर उन्होंने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद, मुंबई पुलिस को श्रद्धा की अंतिम लोकेशन के रूप में दिल्ली का पता लगा और आफताब को भी फोन किया, लेकिन उसके विरोधाभासी बयानों से संदेह पैदा हुआ, जिसके बाद उसने (मुंबई पुलिस ने) दिल्ली पुलिस को अपने साथ लिया।
मई में ही घाव का इलाज कराने डाक्टर के पास गया था आरोपी
अपनी सहजीवन साथी (लिव-इन पार्टनर) की हत्या करने और उसके शव के टुकड़े-टुकड़े करने के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का इलाज करने वाले एक डाक्टर ने कहा कि वह मई में एक घाव का इलाज कराने उनके पास आया था। उसी महीने महिला की हत्या की गई थी। डाक्टर अनिल कुमार ने बताया कि पूनावाला जब इलाज के लिए उनके पास आया था तो बहुत आक्रामक और बेचैन था तथा उन्होंने उससे चोट के बारे में पूछा तो उसने बताया कि फल काटते वक्त उसे चोट लग गई।
कुमार ने कहा कि मई में वह सुबह के समय आया था। मेरे सहायक ने मुझे बताया कि एक व्यक्ति चोट के साथ आया है। जब मैंने उसे देखा तो वह गहरा घाव नहीं था बल्कि ऊपरी तौर पर घाव था। जब मैंने उससे पूछा कि चोट कैसे लगी तो उसने बताया कि फल काटते वक्त चोट लगी। मुझे कोई शक नहीं हुआ था, क्योंकि वह चाकू से होने वाला छोटा-सा घाव था। उन्होंने कहा कि जब वह इलाज के दौरान पहली बार 28 वर्षीय पूनावाला से मिले तो वह उन्हें काफी साहसी और आत्मविश्वासी व्यक्ति लगा।
कुमार ने कहा कि दो दिन पहले पुलिस उसे मेरे अस्पताल लेकर आई और पूछा कि क्या मैंने इस व्यक्ति का इलाज किया था। मैंने उसे पहचान लिया और हां कहा। डाक्टर कुमार ने बताया कि वह अंग्रेजी में बोल रहा था और मुझे बताया कि वह मुंबई से है तथा आइटी क्षेत्र में अच्छे अवसरों के कारण दिल्ली आया है।