देश के अलग-अलग राज्यों में तबलीगी जमात के लोगों की तलाश की जा रही है। इस बीच बिहार से एक बेहद ही चौंकाने वाली खबर आई है। ‘नवभारत टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक मधुबनी जिले में जमात की तलाश में पहुंची पर पथराव और फायरिंग की गई। जानकारी के मुताबिक मंगलवार 31 मार्च, 2020 की रात मधुबनी पुलिस को सूचना मिली थी कि गीदड़गंज के पास स्थित मस्जिद में कई लोग जमा हैं।
इस सूचना मिलने के बाद पुलिस मस्जिद में छानबीन के इरादे से पहुंची थी। लेकिन यहां पुलिस के पहुंचते ही स्थानीय लोगों ने उनपर फायरिंग और पत्थरबाजी शुरू कर दी। भारी पथराव की वजह से बीडीओ और थानेदार को अपनी जान बचाकर वहां से भागना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां भीड़ ने प्रशासन की एक गाड़ी में तोड़फोड़ मचाई और फिर उसे तलाब में गिरा दिया।
इस मामले में पुलिस ने 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। जानकारी के मुताबिक इनमें से 4 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में यह पता चला है कि इस मस्जिद में मौजूद कोई भी शख्स दिल्ली के निजामुद्दीन जमात में शामिल नहीं हुआ था। हालांकि पुलिस ने अभी इस बात की जांच कर रही है कि मस्जिद में विदेशी थे या नहीं?
यह भी कहा जा रहा है कि मस्जिद में ज्यादातर लोग नेपाल से आए थे। हालांकि अभी तक उनकी पहचान नहीं हो पाई है। फिलहाल अब इस पूरे मामले की गहन जांच-पड़ताल की जा रही है। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन के बावजूद संक्रमितों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है।
दो दिन पहले ही खुलासा हुआ था कि दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 13-15 मार्च के बीच हुई धार्मिक सभा में कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। यह लोग तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल हुए थे। अब तक दिल्ली, तेलंगाना, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश से मरकज में शामिल हुए कई लोगों की पहचान की गई है।
