मुंबई से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां एक होटल में आग लगने से अप्रवासी भारतीय (NRI) जोड़े की मौत हो गई। उनकी सगाई हो चुकी थी और शादी की तैयारियां चल रहीं थीं। किस्मत का खेल शायद इसे ही कहते हैं क्योंकि वे मुंबई एयरपोर्ट पर अपनी फ्लाइट का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान उनकी उड़ान में बदलाव हो गया। इसके बाद उनकी संबंधित विमान कंपनी ने उन्हें होटल में रूकने का ऑफर दिया। उन्होंने सोचा कि फ्लाइट पकड़ने में अभी देर है इसलिए वे सांताक्रूज स्थित गैलेक्सी होटल में चले गए। जब चार मंजिला होटल में आग लगी तो वे वहीं पर थे।

इस घटना में किशन हलाई और उनकी 25 साल की मंगेतर रूपल वेकारिया की जलकर मौत हो गई। हालांकि उनकी बहन औऱ मां घायल हो गईं। वहीं एक अन्य शख्स की भी मौत हो गई। परिजनों को जब खबर मिली तो घर में कोहराम मच गया। शादी की खुशियां मातम में बदल गईं।

नैरोबी जाकर शादी करने वाले थे जोड़े

दरअसल, एनआरआई किशन हलाई और रूपल नैरोबी जाकर शादी करने वाले थे। वे फ्लाइट पकड़ने के लिए अहमदाबाद से मुंबई पहुंचे थे। हालांकि उनकी उड़ान के समय में बदलाव हो गया। इसके बाद विमानन कंपनी ने उन्हें सांताक्रूज़ के गैलेक्सी होटल होटल में ठहराया। उन्होंने सोचा था कि वे होटल में आराम कर लेंगे फिर फ्लाइट ले लेंगे मगर रविवार को आग लग गई और जोड़े की मौत हो गई।

घटना के बारे में बात करते हुए कच्छ के मांडवी तालुका के रूपनगर गांव के सरपंच भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि हलाई, मंगेतर रूपल, उनकी मां और बहन मुंबई से फ्लाइट लेने वाले थे। इसी बीच उड़ान के समय में बदलाव हो गया। इसके बाद विमान कंपनी ने उन्हें एक होटल में ठहराया जहां आग लग गई और उनकी मौत हो गई।

रिपोर्ट के अनुसार, हलाई और रूपल का परिवार रामपर गांव से संबंध रखता है। वे भले ही सालों से विदेश में रह रहे हैं मगर उनकी जड़ें अभी भी गांव से जुड़ी हुई हैं। गांव में उनका पुश्तैनी मकान है। वे अक्सर यहां आते रहते हैं।

इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि हलाई और रूपल का कमरा होटल के तीसरे फ्लोर पर था। रविरा को तीसरी मंजिल पर आग लग गई जिससे दोनों की मौत हो गई। इस हादसे में एक अन्य 50 साल के शख्स कांतिलाला वारा की मौत हो गई। वे हलाई के परिवार से संबंध नहीं रखते थे। अधिकारियों ने आगे कहा कि हादसे में रूपल की मां मंजुलाबेन (49) और बहन अल्पा (19) घायल हो गईं।

जानकारी के अनुसार, हलाई और रूपल कई सालों से अपने माता-पिता और भाई-बहनों के साथ नैरोबी में रहते थे। उनका परिवार वहीं पर बस गया था। हालांकि वे अपने गांव आते-जाते रहते थे। हलाई और रूपल की शादी हो चुकी थी। वे शादी की तैयारी कर रहे थे। नैरोबी पहुंचने के बाद वे फौरन शादी करने वाले थे।

वे करीब एक महीने पहले ही हलाई के भाई की शादी में शामिल होने भारत आए थे। शादी खत्म होने के बाद वे नैरोबी लौटने के लिए मुंबई पहुंचे थे। जिसके बाद फ्लाइट के टाइमिंग में बदलाव हुआ और वे होटल पहुंच गए। इसके बाद दोनों की जलकर मौत हो गई। इस तरह उनकी हंसती-खेलती दुनिया तबाह हो गई।