Noida Wall Collapsed News Updates: नोएडा के सेक्टर-21 स्थित जलवायु विहार सोसाइटी की चारदीवारी से सटे नाले की मरम्मत के दौरान मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। सोसाइटी की दीवार अचानक गिरने से वहां काम कर रहे 12 मजदूर दब गए। हादसे में चार मजदूरों की दबकर मौत हो गई है, जिनमें तीन एक ही परिवार के थे। बाकी घायल हैं। मामले में पुलिस ने सह-ठेकेदार को गिरफ्तार किया है, एक अन्य ठेकेदार की तलाश की जा रही है। प्राधिकरण की ओर से मुआवजे की घोषणा की गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए घायलों के बेहतर उपचार के निर्देश दिए हैं। (देखें घटना के तुरंत बाद का Exclusive Video)

बताया गया कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा दीवार के पास बनी नाली की सफाई व मरम्मत का काम करवाते समय मंगलवार सुबह करीब 10 बजे दीवार का एक हिस्सा गिर गया। इससे मौके पर काम कर रहे 12 मजदूर मलबे के नीचे दब गए। सफाई व मरम्मत का काम करीब एक हफ्ते से चल रहा था। घटना की सूचना पर दमकल, पुलिस और प्राधिकरण के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पांच जेसीबी मशीनों से मलबा हटाकर दबे मजदूरों को बाहर निकाला गया। मरने वालों में धर्मवीर (15), पुष्पेंद्र (25), पन्ना लाल (25) और अमित (17) हैं। अमित, पुष्पेंद्र और पन्नालाल बदायूं के रहने वाले थे और धर्मवीर संबलपुर के निवासी थे। वहीं, आठ लोग घायल है। इनमें से कुछ को जिला अस्पताल और कुछ को कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी के मुताबिक मृतकों को ठेकेदार की तरफ से पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए उच्च स्तरीय जांच और मुआवजा देने की घोषणा की है। माहेश्वरी ने बताया कि चारदीवारी के साथ बनी नाले की मरम्मत (अनुरक्षण) के लिए जलवायु विहार सेक्टर-21 आरडब्लूए की ओर से कहा गया था। कार्य के लिए 17 अगस्त को एमडी प्रोजेक्ट एंड कंस्ट्रक्शन के साथ 92 लाख रुपए का अनुबंध किया गया था।

हादसे की जांच के लिए नोएडा की सीईओ ने एसीईओ मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की है। इसमें एसीईओ प्रवीन मिश्रा और मुख्य वास्तुविद् नियोजक (सीएपी) इश्तियाक अहमद शामिल हैं। इन्हें 15 दिन में रिपोर्ट देनी है। नोएडा प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि यह दीवार जलवायु सहकारी आवास समिति ने करीब 25 साल पहले बनाई थी। इसका रखरखाव नहीं किया जा रहा था। ऐसे में दीवार की नींव कमजोर हो गई थी, जिससे ये अचानक भरभरा कर गिर गई। घायलों में बदायूं के पंकज, संजीव, नन्हे, विनोद, दीपक, जोगेंद्र, पप्पू और संभल के ऋषि पाल हैं।

थाना सेक्टर-20 पुलिस ने निर्माण करने वाली ठेकेदार कंपनी के मालिक सुंदर यादव और सह ठेकेदार गुल मोहम्म्द के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने गुल मोहम्मद को गिरफ्तार किया है। वहीं, ठेकेदार को पकड़ने के लिए टीम लगी हुई है। गुल मोहम्मद दिल्ली के अशोक नगर में रह रहा था और उसी के यहां सभी मजदूर रह रहे थे। पुलिस ने दोनों ठेकेदारों के खिलाफ आइपीसी की धाराओं 304, 337, 338 व बाल श्रम अधिनियम की धारा 14(1) के तरह मुकदमा दर्ज किया है।

नोएडा हादसा : ‘आंखों के सामने मरते देखा साथियों को’

चारदीवारी में दबकर मरने वालों को देखकर साथ काम कर रहे साथियों की रूह कांप गई। हादसा इतना भयावह था कि वे उसे याद नहीं करना चाहते। जोगिंदर तो अपने दो भाइयों को याद कर रो पड़ते हैं। जान गंवाने वालों में शामिल पुष्पेंद्र और अमित का फूफेरा भाई जोगिंदर भी इनके साथ ही काम कर रहे थे। जोगिंदर ने बताया कि उनका भाई पुष्पेंद्र और अमित नाले के अंदर दीवार की तरफ काम कर रहे थे और मैं बाहर था। अचानक दीवार गिरी तो पुष्पेंद्र दब गया। उसे किसी तरह से बाहर निकाला गया। एंबुलेंस से उसे जिला अस्पताल लेकर आए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। उन्हें अपनी आंखों के सामने मरते हुए देखा। जोगिंदर ने बताया कि पुष्पेंद्र के तीन बच्चे है। पत्नी अनीता बदायूं में ही घर पर रहती है। वहीं, अमित की शादी नहीं हुई है। अमित कल ही बदायूं से आया था। पप्पू (26) जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती हैं। उनका दाहिना पैर टूट गया है। डाक्टरों ने सर्जरी की जरूरत बताई है।

हादसे के बाद पप्पू ने कहा कि बच्चों की दुआओं से मैं बच गया। पप्पू के चार लड़की और एक लड़का है। पप्पू कल ही अमित के साथ नोएडा आए थे। ये दोनों ही न्यू अशोक नगर दिल्ली में गुल मोहम्मद (लेबर सप्लायर) के यहां रुके हुए थे। पप्पू ने बताया कि रोजाना की 500 रुपए की दिहाड़ी पर वह काम करने आया था। अचानक से दीवार गिरी तो चीख पुकार मच गई। बचाने को कोशिश की गई लेकिन साथियों को बचाया न जा सका। दीवार में दबकर जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों ने कहा कि नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों और ठेकेदार की लापरवाही के कारण यह दुर्घटना हुई। परिजनों ने दावा किया कि निर्माण कार्य करवा रहे ठेकेदार सुंदर यादव ने सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया, जिससे यह हादसा हुआ।

साढ़े तीन फुट गहरा था नाला

संयुक्त पुलिस आयुक्त लव कुमार के मुताबिक नोएडा प्राधिकरण की तरफ से साढ़े तीन फुट गहरे नाले की मरम्मत व सफाई का काम करवाया जा रहा था। यह कार्य करीब एक सप्ताह से चल रहा था। मंगलवार सुबह जब करीब 12 मजदूर निर्माण व सफाई के कार्य में जुटे थे, तभी जलवायु विहार की पुरानी चारदीवारी का एक हिस्सा गिर गया।

मुआवजे की मांग

नोएडा महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष रामकुमार तंवर ने मृतक मजदूरों के परिजनों को 50-50 लाख रुपए और घायलों को 20-20 लाख रुपये आर्थिक सहायता और निशुल्क इलाज की मांग की। आम आदमी पार्टी के गौतमबुद्ध नगर जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह जादौन ने मृतकों के परिजनों को एक- एक करोड़ और घायलों को 50-50 लाख रुपए का मुजावजा देने की मांग की है।