NIA Raids In UP: उत्तर प्रदेश कई जिलों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी की छापेमारी (NIA Raids) के दौरान बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (BHU) के स्टूडेंट का बिहार के प्रतिबंधित नक्सली संगठन से कनेक्शन का खुलासा हुआ है। एनआईए के बयान के मुताबिक बीएचयू की एमफिल की स्टूडेंट और भगत सिंह छात्र मोर्चा नाम की संस्था से जुड़ी छात्रा आकांक्षा आजाद के बिहार के नक्सली संगठन सीपीआई माओवादी से रिश्ते सामने आए हैं।

प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई माओवादी से बीएचयू की स्टूडेंट आकांक्षा आजाद का कनेक्शन

यूपी के आठ जिलों में मंगलवार को छापेमारी के बाद एनआईए ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर फैक्ट्स और फाइंडिंग्स के बारे में बताया है। विज्ञप्ति के मुताबिक बीएचयू की स्टूडेंट आकांक्षा आजाद सीपीआई माओवादी (CPI Maoist) के खतरनाक और अतिवादी एजेंडे पर गुपचुप तरीके से काम कर उसे फिर से हरकत में लाने की मुहिम में जुटी थी। आरोपी छात्रा आकांक्षा को बीएचयू और इसके आसपास का कैडर रिक्रूट करने की जिम्मेदारी दी गई थी।

क्या है प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई माओवादी? फोन और लैपटॉप से इनपुट्स की उम्मीद

रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई माओवादी केंद्र और राज्य सरकारों के खिलाफ सशस्त्र जंग छेड़ने की तैयारी के अलावा विभिन्न हिंसक नक्सली वारदातों को अंजाम दिया करती है। एनआईए के छापेमारी दस्ते ने मंगलवार को वाराणसी के महामनापुरी कॉलोनी में कार्रवाई के दौरान इसी नक्सली संगठन के बैनर और पोस्टर के अलावा आरोपी आकांक्षा आजाद के मोबाइल फोन और लैपटॉप को जब्त कर लिया है। एनआईए को फोन और लैपटॉप से कई इनपुट्स मिलने की उम्मीद है।

बिहार में दर्ज एफआईआर में भी आकांक्षा का नाम, एनआईए कर रही वित्तीय लेन-देन की भी जांच

एनआईए की फाइनांस मामले की टीम आकांक्षा आनंद के वित्तीय लेन-देन की भी जांच की जा रही है। एनआईए ने आकांक्षा आजाद को पूछताछ के लिए 12 सितंबर को लखनऊ कार्यालय में तलब किया है। एनआईए का दावा है कि आकांक्षा आजाद सीपीआई माओवादी के उत्तर क्षेत्र के प्रमुख प्रमोद मिश्रा के ईशारे पर काम करती थी। बीते महीने इसी मामले में बिहार में रोहित विद्यार्थी नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया था। इस एफआईआर में भी आकांक्षा नामजद आरोपी है।

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