पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद हर रोज नये खुलासे हो रहे हैं। इसी क्रम में एक नई जानकारी सामने आई है, जिसमें संतोष जाधव के साथियों के पास से पुणे ग्रामीण पुलिस ने 13 देसी पिस्तौलें बरामद की हैं। पुलिस ने कहा कि जाधव के गिरोह के सदस्यों ने बिश्नोई गिरोह की मदद से इन पिस्तौलों को 3 जून को सेंधवा, मध्य प्रदेश से खरीदा था।
शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में पुणे ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अभिनव देशमुख ने कहा कि हमारी टीम ने लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ की है। जांच में पुष्टि हुई कि जाधव और महाकाल दोनों बिश्नोई गिरोह से जुड़े थे। एक आपराधिक मामले में फरारी काटते समय जाधव ने करीब ढाई साल पहले सोशल मीडिया के माध्यम से बिश्नोई गिरोह के मुख्य गुर्गों के संपर्क में आया था।
पुलिस अधीक्षक अभिनव देशमुख ने यह भी बताया कि फरारी के दौरान संतोष जाधव पंजाब में रहा था और बिश्नोई के घर पर भी कई दिन बिताए थे। उन्होंने बताया कि बीते कुछ महीनों में राजस्थान व पंजाब की पुलिस टीम पुणे आई थी क्योंकि जाधव व उसके गुर्गों ने किसी व्यापारी से रंगदारी मांगी थी और जान से मारने की धमकी दी थी। जिसके चलते नारायणगांव थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
पुलिस को जाधव से पूछताछ के बाद पता चला कि उसके सहयोगी जीवन सिंह नाहर (23) और श्रीराम थोराट (32) के साथ-साथ एक नाबालिग लड़का भी व्यवसायी को धमकाने और रंगदारी मांगने गया था। अब इस मामले में स्थानीय अपराध शाखा (एलसीबी) की टीम ने नाहर और थोराट को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से दो पिस्तौल और सेल फोन बरामद किए।
पुलिस ने बताया कि, शुक्रवार को कोर्ट ने आरोपियों को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। साथ ही जांच में पता चला कि संतोष जाधव के निर्देश पर घोडेगांव के जयेश बहिराम (24) सहित उसके गिरोह के दो सदस्य 3 जून को मध्य प्रदेश पहुंचे थे और देशी पिस्तौलें खरीदे थे। पुलिस ने कहा कि जाधव के कहने पर नाहर, थोराट, वैभव उर्फ भोला टिटकरे, रोहित टिटकरे, सचिन टिटकरे, जीशान मुंडे समेत चार अन्य ने जुन्नार स्थित व्यवसायी से रंगदारी मांगने की योजना बनाई थी, इसमें एक नाबालिग भी शामिल था।
इसके बाद पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले में चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान जयेश के घर से पांच और अन्य आरोपियों के पास से छह पिस्टल बरामद हुई। पुलिस ने कहा कि इस मामले में नामित नाबालिग लड़के सहित सभी आरोपियों का पिछला आपराधिक रिकॉर्ड है। पुलिस ने पिस्तौलों के अलावा, आगे की जांच के लिए उनके सेलफोन और वाहनों को भी जब्त कर लिया है।