Mumbai Cyber Fraud News: मुंबई सांताक्रूज़ के एक 80 वर्षीय व्यक्ति ने हाल ही में अपने मोबाइल नंबर पर 155 रुपये का रिचार्ज करने की कोशिश में 1.02 लाख रुपये गंवा दिए। शिकायत करने वाले एक सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर ने 25 जुलाई को प्री-पेड रिचार्ज के लिए 155 रुपये का ऑनलाइन भुगतान किया। बुजुर्ग के बैंक खाते से पैसे कट गए, लेकिन रिचार्ज नाकाम रहा।

Custmer Care Excutive ने बुजुर्ग को फोन कर बैंक से संपर्क करने कहा

बुजुर्ग शख्स ने इस संबंध में सर्विस प्रोवाइडर (एयरटेल) को एक ईमेल लिखा। बदले में उन्हें सेवा प्रदाता के कार्यकारी (Custmer Care Excutive) का फोन आया जिसमें उन्हें रकम न मिलने की जानकारी दी गई और उन्हें बैंक जाकर इसके बारे में पूछताछ करने की सलाह दी गई। वह बैंक गए तो उन्हें बताया गया कि उसके खाते से 155 रुपये काट लिए गए हैं।

रिफंड प्रोसेस करवाने के नाम पर ऐप डाउनलोड और डेबिट कार्ड स्कैन करवाया

एफआईआर के अनुसार, शुक्रवार दोपहर को वरिष्ठ नागरिक को राहुल नाम के एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को एयरटेल कस्टमर केयर के एक कार्यकारी के रूप में बताया और उसे बताया कि कंपनी उसके बैंक खाते में 155 रुपये जमा कर रही है। पुलिस ने कहा, “रिफंड प्रोसेस करने के बहाने आरोपी ने उस बुजुर्ग को अपने मोबाइल फोन पर ‘रस्टडेस्क’ ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा। बाद में, उसने उस व्यक्ति से उक्त ऐप में अपना डेबिट कार्ड भी स्कैन करवाया।”

मोबाइल स्क्रीन शेयर करवाकर हासिल किया ओटीपी, फिर बड़ी धोखाधड़ी

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, जब आदमी ने डेबिट कार्ड को स्कैन किया तो जालसाज ने डेबिट कार्ड नंबर और सीवीवी नंबर देख लिया, जिसका उसने दुरुपयोग किया और धोखाधड़ी वाले लेनदेन को अंजाम दिया। एक अन्य पुलिस सूत्र ने कहा कि इस तरह के लेनदेन को करने के लिए ओटीपी की जरूरत होती है, लेकिन चूंकि जालसाज के पास पहले से ही बुजुर्ग व्यक्ति के मोबाइल स्क्रीन तक पहुंच थी, इसलिए उसने ओटीपी प्राप्त कर लिया और 1,02,000 रुपये के धोखाधड़ी वाले लेनदेन को अंजाम दिया। पुलिस मामले में गहरी तहकीकात कर रही है।

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