Rajasthan Blue Drum Murder: राजस्थान में मेरठ हत्याकांड जैसा मामला सामने आया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को खैरथल-तिजारा जिले के किशनगढ़ बास कस्बे में लगभग 35 साल के एक विवाहित शख्स का शव उसके किराए के मकान की छत पर एक ‘नीले ड्रम’ में भरा हुआ मिला।
नमक से ढक दिया गया था शव
रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि मृतक की पत्नी, दंपति के तीन बच्चे और मकान मालिक का बेटा शनिवार से लापता हैं। मकान मालिक की पत्नी मिथलेश को ड्रम से आ रही दुर्गंध ने यह भयावह खोज की। शव, जिसकी पहचान हंसराज उर्फ सूरज के रूप में हुई है। कथित तौर पर शक के सड़न को तेज करने के लिए नमक से ढक दिया गया था।
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के खांडेपुर गांव का रहने वाला हंसराज लगभग छह हफ्ते से आदर्श कॉलोनी स्थित किराए के मकान में रह रहा था और एक स्थानीय ईंट भट्टे पर काम करता था।
इस घटना से कॉलोनी में हड़कंप मच गया, क्योंकि यह मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुई एक पिछली घटना से काफ़ी मिलता-जुलता है, जहां इसी साल मार्च में एक मर्चेंट नेवी अधिकारी की कथित तौर पर उसकी पत्नी द्वारा की गई हत्या को छिपाने के लिए इसी तरह का तरीका अपनाया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक खैरथल-तिजारा के एसपी मनीष चौधरी ने कहा, “हंसराज की हत्या कर उसके शव को नमक से भरे ड्रम में रख दिया गया था। यह एक सुनियोजित हत्या थी। मृतक की पत्नी और अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा।”
अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया गया
पुलिस ने इस खुलासे के बाद व्यापक जांच शुरू कर दी है। किशनगढ़ बास के डीएसपी राजेंद्र सिंह निर्वाण, थानाधिकारी जितेंद्र सिंह शेखावत और सहायक एसआई ज्ञानचंद के साथ घटनास्थल पर गहन निरीक्षण करने पहुंचे। मृतक के उत्तर प्रदेश में रहने वाले परिजन को सूचित कर दिया गया है और शव को किशनगढ़ बास के सरकारी अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया गया है।
हंसराज की पत्नी सुनीता और उनके तीन बच्चों – हर्षल, नंदिनी और गोलू – के लापता पाए जाने के बाद जांच एक जटिल मोड़ ले चुकी है। इसके अलावा, मकान मालिक राजेश का बेटा जितेंद्र, जिसने हंसराज को कमरा किराए पर दिया था, भी लापता है। पुलिस ने बताया कि जितेंद्र, जिसकी पत्नी का 12 साल पहले निधन हो गया था, अक्सर हंसराज के साथ शराब पीता था।
मकान मालिक की पत्नी ने बताया कि शनिवार को जब वह जन्माष्टमी समारोह से लौटी तो उसने सुनीता और उसके बच्चों को गायब पाया। जितेंद्र भी उस शाम घर नहीं लौटा। अगली सुबह, दुर्गंध आने पर उसने छत पर रखे ड्रम की जांच की और पुलिस नियंत्रण कक्ष को फोन किया।
पुलिस उप-पुलिस अधीक्षक निर्वाण ने पुष्टि की कि हंसराज का गला किसी धारदार हथियार से रेता गया था, जो हत्या का संकेत है। पुलिस हत्या के पीछे के मकसद का पता लगाने और लापता परिवार के सदस्यों का पता लगाने के लिए सुरागों की तलाश कर रही है।