महाराष्ट्र की उद्धव सरकार की कैबिनेट में शामिल संजय राठौड़ एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। दरअसल मंगलवार को संजय राठौड़ यवतमाल स्थित अपने आवास से सड़क मार्ग के जरिए वाशिम जिले में स्थित पोहरादेवी के मंदिर में पहुंचे थे। यहां महाराष्ट्र सरकार में मंत्री संजय राठौड़ ने पूजा-अर्चना की। लेकिन मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में मंत्री के समर्थक जुट गए थे। कोरोना के खतरे को दरकिनार कर यहां कोविड-19 से जुड़े नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। भीड़ ने मास्क और सोशल डिस्टेन्सिंग का कोई ख्याल नहीं रखा था।

अब इस मामले में पुलिस ने मंत्री के स्वागत में आए 10 हजार लोगों पर केस दर्ज किया है। पर दिलचस्प बात यह है कि एफआईआर में संजय राठौड़ का कहीं नाम नहीं है। यवतमाल औऱ वाशिम दोनों ही जगहों पर मंत्री के स्वागत में लोगों की भारी भीड़ मौजूद थी। यवतमाल में कोरोना के केस भी काफी बढ़े हैं जिसकी वजह से वहां आंशिक लॉकडाउन भी लगाया गया है। लेकिन मंत्री के स्वागत की जो तस्वीरें सामने आई हैं उसमें नजर आ रहा है कि गाजे-बाजे के साथ भीड़ उनके स्वागत में जुटी हुई है।

आपको याद दिला दें कि कुछ ही दिनों पहले संजय राठौड़ उस वक्त सुर्खियों में आ गए थे जब पुणे की एक टिकटॉक गर्ल की मौत के बाद इस केस में उनका नाम उछला था। टिकटॉक स्टार पूजा च्वहाण ने कथिर तौर से आत्महत्या की है। बीजेपी आरोप लगाती आई है कि 23 साल की इस टिकटॉक स्टार से संजय राठौड़ के संबंध थे। हालांकि वन मंत्री संजय राठौड़ इन आरोपों को बेबुनियाद बताते रहे हैं।

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते खतरे के बाद किसी वीवीआईपी द्वारा नियमों की अनदेखी का यह पहला मामला नहीं है। हाल ही में बीजेपी नेता धनंजय महाडिक के बेटे की शादी मं भी ऐसी लापरवाही देखने को मिली थी। इस शादी में पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस, अजीत पवार समेत कई हस्तियां शरीक हुई थीं।