जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकियों के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार को पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) संगठन के दो आतंकवादी सहयोगियों को तब गिरफ्तार किया जब वे भागने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने उनके कब्जे से पिस्तौल, हथगोले और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है।
रिपोर्ट के अनुसार, उरी के परनपीलन ब्रिज पर स्थापित एक चौकी पर बारामूला पुलिस और सेना की 8 आरआर ने दाची से आ रहे दो लोगों को देखा। चौकी को देखकर दोनों ने भागने की कोशिश की लेकिन बलों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पाकिस्तान स्थित आतंकी आकाओं के इशारे पर करते थे हथियारों की सप्लाई
शक होने पर उनकी तलाशी ली गई। उनके कब्जे से दो ग्लॉक पिस्तौल, दो पिस्तौल मैगजीन, दो पिस्तौल साइलेंसर, पांच चीनी ग्रेनेड, 28 जिंदा पिस्तौल राउंड और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई। इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। उनकी पहचान बारामूला के निवासी ज़ैद हसन मल्ला और मोहम्मद आरिफ चन्ना के रूप में हुई है। दोनों पाकिस्तान स्थित आतंकी आकाओं के इशारे पर हथियारों और गोला-बारूद की सीमा पार तस्करी करते थे।
आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए वे लश्कर के आतंकवादियों को हथियारों को सप्लाई करते थे। फिलहाल उन पर भारतीय शस्त्र अधिनियम और यूए (पी) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच की जा रही है।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में भारतीय सेना के तीन जवान हुए शहीद
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में मुठभेड़ में भारतीय सेना के तीन जवान शहीद हो गए। शहीद जवानों के नाम कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष और जम्मू कश्मीर पुलिस के डिप्टी एसपी हुमायूं भट हैं। आंतकियों ने पहले ही वहां दबिश दे रखी थी और जैसे ही भारतीय जवान वहं सर्च ऑपरेशन के लिए गए उन्होंने हमला कर दिया। इस हमले की जिम्मेदारी द रजिस्टेंस फोर्स (TRF)ने ली है। इस संगठन को लश्कर-ए-तैयबा का रिक्रूटर कहा जाता है।