Raja Bhaiya Bhanvi Singh Divorce Case:उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले की कुंडा सीट से विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के तलाक के मामले में दिल्ली के साकेत कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई टल गई है। राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह की ओर से कोर्ट में मामले को लेकर जवाब नहीं दाखिल किया गया। साकेत कोर्ट ने भानवी सिंह से 25 जुलाई तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है। इससे पहले 10 अप्रैल को भी साकेत कोर्ट में इस मामले में कोई फैसला नहीं हो आ पाया था।

28 साल पुराने रिश्ते को लगी किसकी नजर?

राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह के बीच का पारिवारिक मामला दिल्ली की साकेत कोर्ट तक पहुंचने और सुनवाई में देरी को लेकर प्रतापगढ़ समेत आसपास के इलाके में तमाम तरह की चर्चा तेज हो गई है। सात महीने पहले जब राजा भैया ने पत्नी भानवी सिंह से तलाक लेने के लिए दिल्ली के साकेत कोर्ट में याचिका दाखिल की थी तो उनके तमाम चाहने वाले ने कहा कि पता नहीं उन दोनों के 28 साल से ज्यादा पुराने रिश्ते को किसकी नजर लग गई।

किस वजह से आई राजा भैया-भानवी सिंह में कड़वाहट

राजा भैया प्रतापगढ़ की भदरी रियासत से ताल्लुक रखते हैं। वहीं भानवी सिंह यूपी के ही बस्ती राजघराने से आती हैं। राजा भैया और भानवी सिंह की शादी साल 1995 में हुई थी। ये दोनों दो बेटे और दो बेटियों के माता-पिता हैं। राजा भैया और भानवी सिंह के पुराने रिश्तों के बीच कड़वाहट तब सामने आई जब भानवी सिंह ने दिल्ली के जोरबाग थाने के आर्थिक अपराध शाखा (EOW) में राजा भैया के चचेरे भाई एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपालजी के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 420, 467, 468, 471,109 और 120 बी के तहत जालसाजी की एफआईआर दर्ज कराई थी। राजा भैया ने खुलकर अपने भाई का समर्थन किया था। राजा भैया के अपने छोटे भाई का पक्ष लेने पर उनकी पत्नी भानवी सिंह भड़क गई थीं