Kolkata Student Gangrape: कोलकाता के कस्बा इलाके में एक लॉ स्टूडेंट के साथ कथित गैंगरेप के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना कथित तौर पर बुधवार शाम 7.30 से 8.50 बजे के बीच हुआ। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार गिरफ्तार किए गए तीन लोगों में दो छात्र हैं। तीसरा एक पूर्व छात्र है।
बीजेपी ने ममता सरकार पर साधा निशाना
रिपोर्ट के अनुसार छात्रा के साथ कॉलेज कैंपस में ही दरिंदगी हुई। अब इस मामले में राजनीति शुरू हो गई है। बीजेपी के अमित मालवीय ने इस घटना को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा है।
उन्होंने एक्स पर एक बंगाली समाचार रिपोर्ट शेयर करते हुए लिखा, “भयानक! 25 जून को कोलकाता के उपनगर कस्बा में एक लॉ कॉलेज के अंदर एक महिला लॉ छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया, और यह बलात्कार किसी और ने नहीं बल्कि एक पूर्व छात्र और कॉलेज के दो स्टाफ सदस्यों ने किया।”
उन्होंने यह भी कहा कि तृणमूल का एक सदस्य इसमें शामिल था। हालांकि, उन्होंने अपने दावे के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया। उन्होंने कहा, “आरजी कर का खौफ अभी भी कम नहीं हुआ है… और फिर से बंगाल में इस तरह के जघन्य अपराध सामने रहे हैं। ममता बनर्जी के शासन में पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए बुरा सपना बन गया है। रेप एक आम त्रासदी बन गई है।”
इधर, तृणमूल कांग्रेस ने पूरे मामले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “हम साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में हुई दुखद बलात्कार की घटना की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं। कोलकाता पुलिस ने तीनों आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया है, और कानून का पूरा इस्तेमाल किया जाएगा, यह सुनिश्चित करते हुए कि दोषी पाए जाने वालों को सबसे कठोरतम सजा मिले।”
आरजी कर कांड के 10 महीने बाद हुई घटना
बता दें कि यह भयावह घटना शहर के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के साथ हुए चौंकाने वाले रेप और हत्या के 10 महीने बाद हुई है। आरजी कर मामले ने अपनी क्रूरता के लिए राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरी थीं।
इस मामले में पीड़िता जो एक ट्रेनी डॉक्टर थी का शव कॉलेज परिसर में एक सेमिनार रूम में पाया गया था और पोस्टमार्टम से यह निष्कर्ष निकला कि उसके साथ रेप किया गया था और संभवतः गला घोंटने से पहले उसे प्रताड़ित किया गया था – उसके जननांगों, बाएं पैर और दाहिने हाथ और चेहरे पर चोटें थीं।
कोलकाता पुलिस के 33 वर्षीय नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या के लिए गिरफ्तार किया था और दोषी ठहराया था। कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। हालांकि, इस सजा को कई लोगों ने अपराध की जघन्यता की तुलना में बहुत कम माना था। मामले में आम लोगों सहित पीड़िता के परिवार ने आरोपी के लिए मृत्युदंड की मांग की थी।
आरजी कर बलात्कार और हत्या मामले ने बंगाल में बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद को जन्म दिया – और यह मामला अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भी उठेगा, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की पुलिस और सरकार द्वारा मामले को संभालने के तरीके के लिए कड़ी आलोचना की गई थी।
