Lockdown के दौरान इंटरनेट पर ऑनलाइन चाइल्ड पोर्नोग्राफी फैलाने के जुर्म में 47 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। केरल में अलग-अलग जगहों पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए इन सभी लोगों को पकड़ा है। राज्य पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया है कि इन सभी के पास से 140 इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले हैं।

यहां के Additional Director General of Police (ADGP), मनोज अब्राहम ने न्यूज एजेंसी ‘PTI’ से बातचीत के दौरान कहा है कि डार्कनेट पर बच्चों की प्रताड़ना से संबंधित कई सामग्रियां मिली हैं। जिसके बाद Countering Child Sexual Exploitation (CCSE) की टीम एक्शन में आई। टीम ने कई जगहों पर शनिवार को छापेमारी की जिसके बाद यह सभी गिरफ्तारियां हुई हैं।

प्रशासन की तरफ से जानकारी दी गई है कि कई लोगों पर निगरानी रखी गई थी और अभी कई लोगों पर निगरानी रखी भी जा रही है जिसके बाद अंदेशा है कि अभी इस मामले में कई अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।

पुलिस का कहना है कि सीज किये गए सामान मसलन – मोबाइल फोन, मोडम, हार्ड ड्राइव, मेमोरी कार्ड, लैपटॉप और कम्प्यूटर इत्यादि की वैज्ञानिक तरीके से जांच कराई जाएगी और इसमें अन्य लोगों के शामिल होने की सूचना मिलने पर भी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस ने बताया कि सबसे गंभीर बात यह है कि इसमें से ज्यादातर वीडियो और तस्वीरें स्थानीय बच्चों की हैं और उनकी उम्र 6-15 साल के बीच है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वजह से हुए लॉकडाउन के दौरान विभिन्न व्हाट्सऐप ग्रुप और टेलीग्राम पर पोर्न ग्रुप्स की एक्टिविटी काफी बढ़ गई थी।

पुलिस का कहना है कि बच्चों के प्रताड़ित करने का जो वीडियो सामने आया है उससे यह भी अंदेशा है कि यह चाइल्ड ट्रैफिकिंग से भी जुड़ा हो सकता है। यहां के IGP (अपराध) एस श्रीजिथ के निरीक्षण में 117 टीमें बनाई गई हैं जो इस केस पर काम कर रही हैं। करीब 89 केस इस संबंध में दर्ज किये गये हैं और इसमें शामिल अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।

आपको बता दें कि केरल में CCSE ईकाई का गठन जनवरी के महीने में किया गया था। इस टीम के सदस्य चाइल्ड ट्रैफिकिंग औऱ चाइल्ड पोर्नोग्राफी जैसे अपराधों पर कड़ी नजर रखते हैं। खास कर इस संबंध में ऑनलाइन होने वाले अपराधों पर।