कानपुर हिंसा के बाद यूपी पुलिस की ताबड़तोड़ एक्शन के चलते पत्थरबाजों में खौफ बैठ गया है। इसी के चलते अब पत्थरबाज खुद सरेंडर करने थाने पहुंच रहे हैं। दरअसल, पुलिस ने शहर में पत्थरबाजों की तस्वीर के साथ पोस्टर चस्पा किए थे। इसी क्रम में सोमवार देर रात एक नाबालिग आरोपी कर्नलगंज थाने में सरेंडर करने जा पहुंचा।

बता दें कि, कानपुर में हिंसा थमने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी व वीडियो फुटेज से पत्थरबाजों की तस्वीर हासिल कर शहर भर में पोस्टर चस्पा किए थे। इस कार्रवाई में कमिश्नरेट पुलिस ने 40 पत्थरबाजों की तस्वीरें पोस्टरों में छापी थी। पुलिस ने पथराव में शामिल कई आरोपियों को धर दबोचा था और संभावित ठिकानों पर तलाश भी जारी थी।

इसी क्रम में पुलिस के खौफ के एक नाबालिग आरोपी कर्नलगंज थाने जा पहुंचा। बताया जा रहा है कि नाबालिग आरोपी कानपुर के बेकनगंज इलाके का रहने वाला है और उसकी फोटो पोस्टर में 13वें नंबर पर है। पुलिस ने अभी तक हिंसा के 38 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि आधा दर्जन से ज्यादा पत्थरबाज गिरफ्त में हैं।

जानकारी के अनुसार, नाबालिग आरोपी अपने बड़े भाई और बहनोई की गिरफ्तारी के बाद कर्नलगंज थाने में सरेंडर करने पहुंचा था। पुलिस ने आरोपी के करीबियों को हिंसा के बाद दबोच लिया था। हिंसा थमने के बाद पुलिस द्वारा शुरू की गई इस कार्रवाई से आरोपियों में दहशत का माहौल है, इसी वजह से वह आत्मसमर्पण कर रहे हैं।

गौरतलब है कि, भाजपा की पूर्व नेत्री नूपुर शर्मा के द्वारा दिए गए विवादित बयान के बाद एक मुस्लिम संगठन ने जुमे के दिन कानपुर में बंद का एलान किया था। फिर जुमे की नमाज के बाद जुलूस निकाला गया था, इसी क्रम में भीड़ ने दुकानों को जबरन बंद कराना शुरू किया तो दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए थे। इसके बाद कहासुनी ने हिंसा का रूप ले लिया था।

कानपुर में 3 जून को हिंसा करने वाले संदिग्ध उपद्रवियों का पहला पोस्टर जारी किया गया है। इस पोस्टर में 40 आरोपियों के फोटो दिए गए हैं। पुलिस के मुताबिक ये सभी शहर के नई सड़क, यतीमखाने इलाके में दंगा फैलाने के आरोपी हैं। हालांकि, हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी और अन्य गिरफ्तारियों के बाद पीएफआई कनेक्शन भी सामने आया था; जिसके बाद पुलिस व एसआईटी की जांच जारी है।