Kanjhawala: कंझावला अंजली हिट एंड रन मामले में दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है। कोर्ट ने कहा है कि चारों आरोपियों अमित खन्ना, कृष्ण, मनोज मित्तल और मिथुन पर हत्या की धाराओं में केस चलेगा। रिपोर्ट के अनुसार, ये चारों आरोपी हादसे के वक्त कार में मौजूद थे। इन्होंने कार से अंजली की स्कूटी को टक्कर मारी थी। गौरतलब है कि 1 जनवरी 2023 की रात एक शख्स ने पुलिस को फोन कर कार के नीचे लाश घसीटे जाने की सूचना दी थी। कार में सवार युवकों पर आरोप था कि उन्होंने टक्कर मारी थी औऱ फिर उसे कार से 13 किलोमीटर तक घसीटा था। यह भी रिपोर्ट सामने आई थी कि अंजलि के शव पर एक भी कपड़ा नहीं था। उसके सिर के पीछे की हड्डियां घिसकर गायब हो गई थीं।

इस मामले में जब जांच की गई तो अंजलि की दोस्त निधि सामने आई थी। उसने कहा था कि घटना की रात अंजलि ने शराब पी रखी थी। वह काफी नशे में स्कूटी चला रही थी। मैंने स्कूटी चलाने को कहा तो उसने मना कर दिया औऱ झगड़ा करने लगी। जब अंजिल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो इस बात की पुष्टि हुई थी कि उसने शराब पी थी।

चार्जशीट में 120 गवाहों का हवाला

इस मामले में दिल्ली पुलिस ने 1 अप्रैल को कंझावला हिट एंड ड्रैग मामले में सात आरोपियों के खिलाफ 800 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। दिल्ली पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ हत्या और साजिश की धाराएं लगाई थीं। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य नष्ट करने, साजिश रचने समेत अन्य धाराओं में आरोप लगाए थे। चार्जशीट में 120 गवाहों का हवाला दिया गया। डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा था कि, “जांच पूरी होने पर मामले में लगभग 120 गवाहों के साथ लगभग 800 पन्नों की चार्जशीट तैयार की गई है। सामग्री और एकत्र किए गए सबूतों के आधार पर सात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त सामग्री रिकॉर्ड में आ गई है।”

शुरुआत में दिल्ली पुलिस ने मामले में हत्या का आरोप नहीं लगाया था। हालांकि, घटना के तीन हफ्ते बाद, विशेष पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा था कि शारीरिक, मौखिक, फोरेंसिक और अन्य वैज्ञानिक सबूतों के संग्रह के बाद पुलिस ने FIR में आईपीसी की धारा को 302 जोड़ा गया।

जानिए क्या है पूरा मामला

कंझावला हिट एंड ड्रैग केस में एक 20 वर्षीय युवती की कार से टक्कर लगने के बाद मौत हो गई थी और उसे 10-12 किमी तक घसीटा गया था। यह घटना 1 जनवरी 2023 की तड़के तब हुई जब स्कूटी पर यात्रा कर रही अंजलि सिंह को एक कार ने टक्कर मार दी थी और उसे सुल्तानपुरी से कंझावला तक घसीटते हुए ले गए थी। इसके बाद कार में बैठे लोगों ने लड़की की बॉडी को सड़क पर छोड़ दिया था।