पटना में बहुचर्चित जिम ट्रेनर गोलीकांड केस को सुलझाने के बाद पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा सुर्खियों में हैं। IPS उपेंद्र शर्मा की अगुवाई में टीम ने एक मशहूर डॉक्टर, उनकी पत्नी और तीन सुपारी किलर के अलावा पत्नी के पुराने मित्र को भी गिरफ्तार किया है। लव हेट और साजिश से जुड़े इस केस को सुलझाने के बाद उन्होंने बताया कि क्रिमिनल कितना भी शातिर हो, एक स्थिति पर पहुंचने के बाद स्वाभाविक गलतियां करता है, वह यह मान लेता है कि इस पर पुलिस का ध्यान नहीं जाएगा और वहीं से केस की अहम कड़ी खुलती है। उपेंद्र शर्मा को पटना पुलिस की जिम्मेदारी जनवरी 2020 में दी गई थी। तब से लेकर अब तक वह कई बड़े केस सुलझा चुके हैं।

जिम ट्रेनर गोलीकांड केस: इस केस में एक डॉक्टर की पत्नी खुशबू ने जिम ट्रेनर विक्रम सिंह पर कॉन्ट्रैक्ट किलर्स के जरिए गोलियां चलवाई थीं। इसके लिए उसने पुराने दोस्त की मदद ली और उनके जरिए सुपारी किलर्स को ढाई लाख दिए। जिसके बाद 18 सितंबर को बदमाशों ने पटना के एक इलाके में जिम ट्रेनर विक्रम सिंह को पांच गोलियां मारी थीं। मामले की छानबीन में पुलिस ने सबसे पहले गोली मारने वाले आरोपियों को दबोचा। तीन आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें मिहिर नाम के शख्स ने पैसे दिए थे।

मिहिर उस वक्त दिल्ली में था, दबाव डालकर जब उसे बुलाया गया तो उसने बताया कि खूशबू उसकी पुरानी दोस्त है जोकि पिछले काफी समय से विक्रम नाम के शख्स से परेशान चल रही थी। और इसीलिए खूशबू ने ही मिहिर से विक्रम पर गोली चलाने की बात कही थी और उसके एवज में ढाई लाख रुपये भी दिए थे। इस केस को सुलझाने की अगुवाई एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने की।

कौन है उपेंद्र शर्मा: उपेंद्र शर्मा के UPSC क्लियर करके IPS बनने की कहानी भी बिल्कुल अलहदा है। उपेंद्र का जन्म झारखंड के धनबाद दिले में हुआ था। उनके पिता क्लर्क थे और यहीं से उनकी प्रारंभिक पढ़ाई हुई। पिता का तबादला गुजरात के बड़ौदा जिले में हो गया। पूरे परिवार को पिता ने धनबाद में छोड़ दिया लेकिन उपेंद्र को अपने साथ बड़ौदा ले गए। पिता ने बेटे को पढ़ाया, वह उपेंद्र के लिए खुद ही खाना बनाते थे, कपड़े धोते थे।

उपेंद्र ने बताया कि पिता की मेहनत देखकर मुझमें सफल होने की चिंरागी फूटी। बकौल शर्मा, मेरे पिता मात्र 7 हजार रुपये कमाते थे, अपनी रोजमर्रा की जरूरतों से कटौती करके मुझे महंगे टीचरों से पढ़ाया करते थे, पूरे साल में करीब 50 हजार रुपये खर्च हो गए। इसके बाद उन्होंने बड़ोदरा (गुजरात) की एमएस यूनिवर्सिटी से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। पढ़ाई के दौरान उपेंद्र शर्मा ने UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) की तैयारी शुरू कर दी।

साल 2008 में उपेंद्र ने सफलता हासिल की, वह ऑल इंडिया 125वीं रैक लाकर भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी बने। ट्रेनिंग खत्म करने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग भभुआ जिले में SSP के रूप में हुई। इसके बाद उन्होंने पटना का सिटी (पश्चिमी) बनाया गया। करीब पांच महीने बाद उन्हें जमुई का पुलिस अधीक्षक बनाया गया। इसके बाद वे दरभंगा SSP, औरंगाबाद SP, बक्सर SP सहित अन्य महत्वपूर्ण पदों पर काबिज रहे।