कुछ सालों पहले तक अक्सर हम सुनते थे कि बॉलीवुड अभिनेताओं या किसी बड़े कारोबारी को किसी शख्स ने धमकी दी है। नाम सामने आता था रवि पुजारी। ये वही रवि पुजारी है जो कभी चाय बेचने का काम करता था, लेकिन कुछ गैंगस्टर से मुलाकात हुई और रवि पुजारी अपराध की दुनिया में आ गया।

चाय बेचने वाला बना शार्प शूटर: रवि पुजारी का जन्म कर्नाटक के माल्पे में हुआ था। लेकिन कर्नाटक से मुंबई आने के बाद रवि पुजारी 1990 में अंधेरी में अपने परिवार के साथ रहने लगा था। उसके परिवार में उसका एक बेटा और दो बेटियां हैं। रवि पुजारी ने स्कूलिंग ठीक से नहीं की, जिसके चलते उसे स्कूल से निकाल दिया गया था। लेकिन उसे हिंदी, अंग्रेजी और कन्नड़ भाषाओं में अच्छी पकड़ थी। शुरुआत में चाय का बिजनेस करने वाले पुजारी ने थोड़े ही दिनों बाद छोटा राजन का गैंग ज्वाइन कर लिया और शार्प शूटर बन गया।

इस डॉन के आना चाहता था करीब: रवि चाहता था कि वह छोटा राजन के करीब आ जाए पर रोहित वर्मा नाम का गैंगस्टर छोटा राजन का राइट हैंड हुआ करता था। साल 1992 में जब छोटा राजन पर हमला हुआ तो रोहित की मौत हो गई। इसके बाद छोटा राजन और रवि पुजारी करीब आ गए। लेकिन एक साल बाद ही 1993 मुंबई में हुए सीरियल बम धमाकों के बाद छोटा राजन व दाउद इब्राहिम अलग हो गए। इसके बाद छोटा राजन और रवि पुजारी भी अलग हो गए और पुजारी भागकर बैंकॉक चला गया।

तकनीक के सहारे किया धंधा: रवि पुजारी ने रंगदारी के अपने इस धंधे को टेक्नोलॉजी के जरिए साधे रखा। इसके लिए उसने इंटरनेट के जरिए कॉल करने की तकनीक को इस्तेमाल किया। साल 2000 में एक बार फिर पुजारी का नाम तब सामने आया जब उसने बॉलीवुड समेत कई बड़े कारोबारियों को टार्गेट पर रख पैसों की वसूली शुरू की। कई लोगों ने डरकर पैसे उसे दे भी दिए। रवि पुजारी ने कई बार सलमान, शाहरुख, रितेश देशमुख, अक्षय कुमार जैसे कई अभिनेताओं को भी धमकी देकर पैसे वसूलने की कोशिश की है।

बड़बोला अपराधी: साल 1995 में बिल्डर प्रकाश कुकरेजा हत्याकांड, 2003 में बिल्डर सुरेश वाधवा की हत्या की कोशिश, 2004 में एक पब/बार पर हमले और 2005 में वकील माजिद मेनन की हत्या में भी रवि पुजारी का हाथ था। रवि पुजारी के बारे में हमेशा कहा गया कि वह खुद को मशहूर करने में सबसे आगे रहता। मुंबई में कोई कुछ भी करता जिम्मेदारी सबसे पहले पुजारी ही लेता था।

अफ्रीका के इस हिस्से से चलाता था धंधा: एजेंसियां मानती हैं कि, बैंकॉक के बाद दुबई और फिर वहां से अफ्रीका के सेनेगल पहुंचे रवि पुजारी ने सारा बिजनेस अफ्रीका से ही संभाला। साथ ही वह दुबई के बाद कुछ दिन आस्ट्रेलिया में भी रहा था। पुजारी सेनेगल में अपना नाम बदलकर रह रहा था लेकिन बाद में साल 2020 में भारत सरकार को उसके प्रत्यर्पण में सफलता सेनेगल से ही मिली थी।

इतने केस हैं दर्ज: तकरीबन 15 साल तक फरार रहे रवि पुजारी पर उगाही के लिए धमकाने, हत्या सहित करीब 200 केस दर्ज है। इनमें से 90 केस कर्नाटक के हैं, जिनमें से 39 बेंगलुरु और 36 मेंगलुरु के हैं। जब उसे साल 2020 में देश लाया गया तो उसे कर्नाटक भेजा गया था और समय-समय पर मुंबई में चल रहे केसों में पेशी के लिए भी लाया जाता रहा है। रवि पुजारी फिलहाल बेंगलुरु की जेल में बंद है।