Coronavirus, India Lockdown: कोरोना वायरस के बीच दिल्ली के करोलबाग इलाके में रहने वाली जाहिदा खातून की मौत के बाद उनके पति ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। जाहिदा के पति का आरोप है कि बीमार पत्नी को अस्पताल तक ले जाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। जाहिदा के पति लाल बाबू का कहना है कि बीते शनिवार (25 अप्रैल, 2020) को उनकी 35 साल की पत्नी की तबीयत दोपहर 2 बजे के आसपास अचानक बिगड़ गई। जाहिदा को पहले से ही किडनी से संबंधित बीमारी थी।
लाल बाबू का आरोप है कि उन्होंने पत्नी को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस को फोन किया लेकिन करीब 8 घंटे तक उन्हें एंबुलेंस नहीं मिली। रात करीब 9 बजकर 45 मिनट पर उन्होंने किसी तरह एंबुलेंस का इंतजाम किया। लेकिन लाल बाबू की परेशानी यहीं खत्म नहीं हुई।
जाहिदा को लेकर वो दिल्ली के मशहूर Dr. Ram Manohar Lohia Hospital गए। लेकिन लाल बाबू के मुताबिक अस्पताल में उनका कोरोना टेस्ट कराया गया, जबकि वो सिटी स्कैन कराने वहां गए थे। उनके मुताबिक कोरोना टेस्ट करने के बाद आरएमएल अस्पताल प्रबंधन ने जाहिदा खातून को एडमिट करने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि जाहिदा ने अस्पताल के इमरजेंसी गेट पर दम तोड़ दिया।
हालांकि जाहिदा के पति के आरोपों पर RML अस्पताल प्रबंधन ने भी अपनी प्रतिक्रया दी है। ‘नवभारत टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल की पब्लिक रिलेशनशिप ऑफिसर स्मृति ने कहा कि जाहिदा को जब अस्पताल लाया गया था तब चिकित्सकों ने उन्हें कुछ टेस्ट कराने के लिए कहा लेकिन वो लोग वहां से चले गए।
महिला का कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आया है। उन्होंने अस्पताल की तरफ से किसी भी तरह की लापरवाही से साफ इनकार किया है।
जाहिदा के पति का यह भी आरोप था कि पत्नी के कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट उन्हें सोमवार तक नहीं मिली थी। इसपर अस्पताल प्रबंधन ने कहा है कि टेस्ट रिपोर्ट क्यों नहीं मरीज के परिजनों को दिया गया? इस संबंध में अस्पताल कर्मचारियों से बातचीत की जा रही है।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने के खतरे को देखते हुए इस वक्त देशभर में लॉकडाउन है। कुछ-कुछ जगहों पर लॉकडाउन की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। दिल्ली में कोरोना के खतरे को देखते हुए अरविंद केजरीवाल सरकार ने यहां के कई इलाकों को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया है। हॉटस्पॉट को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।