बेंगलुरु में स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला करने वालों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। पदारायणपुरा में हुए इस हमले के बाद अब सोमवार (20-04-2020) को 59 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा 5 एफआईआर भी दर्ज किया गया है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव को खत्म करने के लिए इस इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है। इसके अलावा पुलिस ने यहां फ्लैग मार्च भी किया है। कर्नाटक के गृहमंत्री बासवराज बोम्मई ने इलाके के दौरा भी किया।

गृहमंत्री ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि ‘मैंने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उन्हें इस घटना के बारे में बताया। उन्होंने कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। मैंने भी अपने अधिकारियों से यही कहा है। हम इस तरह का कोई भी कृत्य किसी की तरफ से भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमने 59 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस संबंध में पांच प्राथमिकी हो चुकी है।’ बोम्मई ने इस क्षेत्र का दौरा करते हुए घटना के समय वहां नहीं मौजूद रहने वाले वरिष्ठ अधिकारियों को भी डांट लगाई है।

आपको बता दें कि रविवार को स्वास्थ्य कर्मियों की एक टीम इलाके के कुछ संदिग्ध कोरोना संक्रमितों को क्वारन्टीन करने पहुंची थी। लेकिन इसी दौरान उनपर हमला कर दिया गया। भीड़ ने कर्मचारियों पर कुर्सी-टेबल फेंके और उनके साथ मारपीट की गई। यह भी कहा जा रहा है कि मौके पर पहुंचे कुछ अधिकारियों के साथ भी मारपीट की गई है। इस मारपीट का एक वीडियो भी सामने आय़ा था। इस वीडियो में भीड़ कर्मचारियों पर हमला करती नजर आ रही थी और वहां काफी अफरातफरी की स्थिति बनी हुई थी।

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक फिरोजा नाम की महिला है जिसने स्वास्थ्य और पुलिस कर्मियों पर हमले के लिए कथित तौर पर भीड़ को उकसाने का काम किया। बेंगलुरु पुलिस के आयुक्त भास्कर राव ने बाद में मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा से मुलाकात की और उन्हें पदारायणपुरा के हालात की जानकारी दी।

भाजपा नेता और सांसद शोभा करंदलाजे ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘लोगों ने कोरोना योद्धाओं पर उस समय पदारायणपुरा में हमला कर दिया जब वे कोरोना से संक्रमित मरीजों के पहले और दूसरे संपर्क को पृथक करने गए थे। कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए स्वास्थ्यकर्मी पूरी रात काम कर रहे हैं और ये लोग हमारे हीरो पर हमले कर रहे हैं। इन राष्ट्रविरोधी लोगों के साथ नरमी न बरती जाए।’

इसी बीच अल्पसंख्यक नेताओं ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार से मुलाकात की है ताकि कोविड-19 के मरीजों या वाहकों को पहचानने में मदद के लिए अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को समझाया जा सके। पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने भी इस हमले की निंदा की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

भाषा इनपुट के साथ