JNU Student Attacked: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली के छात्र संघ (JNUSU) द्वारा सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के एक छात्र पर ब्रह्मपुत्र छात्रावास के एक कथित अवैध कब्जेदार ने हमला किया और उसे घायल कर दिया। जेएनयूएसयू के अनुसार, घायल छात्र भी हॉस्टल का निवासी था और अवैध रूप से रहने वाला एक साल से अधिक समय से वहां रह रहा था।

JNUSU ने आधिकारिक बयान जारी कर बताया पूरा मामला

JNUSU के आधिकारिक बयान में कहा गया है, “ छात्रावास समिति ने पहली बार अवैध तरीके से रहने वालों की खोज की, उनका सामना किया गया और उन्हें हॉस्टल छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। हालांकि, उनमें से एक वापस लौट आया। छात्रावास समिति ने जब दोबारा उसका विरोध किया, तो कमरे पर अवैध कब्जा करने वाले ने हिंसक तरीके से जवाब दिया और एक छात्र और एक सुरक्षा गार्ड को कैंची से नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया। हालात नहीं संभाला जाता तो यह गंभीर त्रासदी में बदल सकती थी।”

लगभग एक साल से हॉस्टल में रहने का इंतजार कर रहे हैं कई छात्र

बयान में आगे कहा गया है, ”जब कई छात्र लगभग एक साल से छात्रावास में रहने का इंतजार कर रहे हैं, तब भी’संघी’ वार्डन द्वारा समर्थित व्यक्ति छात्रावास के कमरों पर अवैध कब्जा कर रहे हैं। प्रशासन का यह कहना कि पीएचडी छात्र अपने कमरे खाली नहीं कर रहे हैं, जिससे छात्रावासों की कमी हो रही है, स्पष्ट रूप से झूठ है और सबके सामने आ गया है।

हॉस्टल वार्डन के खिलाफ JNUSU ने छात्रावास समिति को दिया समर्थन

इस बीच, जिन छात्रों को प्रशासन के पक्षपातपूर्ण व्यवहार के कारण कमरे आवंटित नहीं किए गए हैं, उन्हें छात्रावास के अन्य कमरों में अपने दोस्तों के साथ रहने के लिए मजबूर किया गया है। इस मामले की व्यापक जांच करने के लिए छात्रावास समिति के एक सदस्य को शामिल करते हुए एक निष्पक्ष समिति की स्थापना की जानी चाहिए। जेएनयूएसयू ने ब्रह्मपुत्र हॉस्टल की छात्रावास समिति और वहां रहने वालों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की जो अपने “भ्रष्ट वार्डन” के खिलाफ लड़ रहे हैं।

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