IAS यशपाल गर्ग इन दिनों चर्चा में है। चर्चा की वजह उनके द्वारा दिया गया एक आदेश है। दरअसल, ऑफिस में उनकी नजर एक ऐसे अधिकारी पर पड़ी जो ड्यूटी के समय जॉगर्स औऱ रंग-बिरंगी टीशर्ट पहने हुआ था। जब IAS यशपाल ने उस अधिकारी को देखा तो वे हैरान रह गए। इसके बाद ऑफिसर ने सख्त विज्ञप्ति जारी कर सभी को ऑफिस के समय फैंसी/कैज़ुअल ड्रेस ना पहनने का आग्रह किया है। उन्होंने सभी अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे ड्यूटी के समय फैंसी कपड़ें ना पहने। दरअसल, सीईओ यशपाल गर्ग ने बुधवार को एक अधिकारी को जॉगिंग ट्राउजर और गोल गर्दन वाली रंगीन टी-शर्ट में ड्यूटी पर आते देखा। इसके बाद ही उन्होंने यह फैसला लिया। वे अधिकारी को ऑफिस के अंदर ट्राउजर और टीशर्ट में देखकर हैरान थे। इसके बाद बिना देरी गर्ग ने तुरंत मामले को संबोधित करते हुए एक आदेश जारी कर दिया।
ऑफिस या ड्यूटी के समय फैंसी/कैज़ुअ ड्रेस पहनने पर रोक
अधिकारी को टी-शर्ट और ट्राउजर में देखने के बाद आईएएस ऑफिसर यशपाल गर्ग ने सभी अधिकारियों के लिए एक सख्त विज्ञप्ति जारी की। इस विज्ञप्ति में उन्होंने सभी कर्मचारियों से ऑफिस के अंदर “फैंसी/कैज़ुअल ड्रेस” पहनने से परहेज करने का आग्रह किया गया है।
इस मामले में IAS यशपाल ने अपने आदेश में कहा कि उक्त व्यक्ति को देखकर कोई भी यह नहीं बता सकता था कि वह सीएचबी का अधिकारी था। उन्होंने आगे कहा कि कई अन्य मौकों पर भी यह देखा गया है कि कुछ अधिकारी कैज़ुअल/फैंसी ड्रेस में ऑफिस आते हैं। ऐसे मामले दिन प्रति दिन बढ़ रहे हैं।
फैंसी/कैज़ुअल ड्रेस पहने अधिकारियों पर जनता नहीं कर पाती भरोसा
गर्ग ने आगे कहा है कि फैंसी/कैज़ुअल ड्रेस पहने अधिकारी जनता के बीच विश्वास पैदा करने में विफल रहते हैं। उन्हें अपने बीच में पाकर लोगों को यह महसूस ही नहीं होता कि वे चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के जिम्मेदार अधिकारियों से बात कर रहे हैं। इससे संगठन की प्रतिष्ठा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसी बात से चिंतित होकर सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को ऑफिस के अंदर या ड्यूटी के दौरान फैंसी पोशाक से बचने के लिए कहा गया है।
गर्ग ने कहा कि कैजुअल ड्रेस की वजह से अधिकारी औऱ संगठन के छवि के बारे में लोगों के बीच गलत मैसेज जाता है। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को कोई छूट नहीं दी जाएगी। सभी को इस आदेश का सख्ती से पालन करना होगा। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि वे इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी कर्मचारी ड्यूटी के समय कैज़ुअल ड्रेस पहनकर ऑफिस ना आए।