IAS अधिकारी जी कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया, हत्या के दोषी आनंद मोहन (Anand Mohan) की रिहाई से दुखी हैं। असल में पूर्व सांसद आनंद मोहन को बिहार जेल नियमों में हुए बदलाव के तहत रिहा किया जा रहा है। इस पर उमा देवी का कहना है कि ”हत्या के दोषी को छोड़कर बिहार के सीएम नीतीश कुमार कुछ ठीक नहीं कर रहे हैं, इससे किसी का भला नहीं होगा। इससे अपराधियों के हौसले बुलंद होंगे क्योंकि उनको लगेगा कि वे अपराध करने के बाद आसानी से छूट जाएंगे। नीतीश कुमार ने सिर्फ कुछ वोट के खातिर ऐसा फैसला किया है।”

गौरतलब है कि आनंद मोहन पर दलित आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया की हत्या को दोष है। आनंद मोहन के नेतृत्व में भीड़ ने 1994 में IAS अधिकारी कृष्णैया को जान से मार डाला था। अधिकारी उस वक्त भीड़ को नियंत्रित कर रहे थे। आनंद मोहन की रिहाई की खबरें सुनकर अब उमा कृष्णैया का दर्द छलका है।

पति की हत्या को याद कर भावुक हुईं उमा

द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में लगभग तीन दशक पहले अपनी पति की हत्या की बात याद कर 60 साल की उमा कृष्णैया की आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होंने कहा कि ”मुझे आनंद मोहन की रिहाई के बारे में पता भी नहीं था। जब मुझे पता चला तो मेरा मन टूट गया। मैं एक बार फिर हार गई। ऐसा लगा किसी ने फिर से मेरे मन की शांति मुझसे छीन ली।”

उन्होंने आगे कहा, “यह सिर्फ मेरे बारे में नहीं है। मैंने तो जैसे तैसे अपने जिंदगी जी ली है। मेरी हेल्थ ने साथ दिया तो कुछ साल और जी सकती हूं। आनंद मोहन की रिहाई की रिहाई का खामियाजा आम जनता और अधिकारी भुगतेंगे क्योंकि अपराधी तो अब अपनी मनमानी करेंगे। यह सच है कि बिहार में हमेशा से माफिया राज है।”

पीएम मोदी को करना चाहिए दखल

“प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को चाहिए कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और फैसला वापस लेने के लिए सीएम नीतीश कुमार दबाव बनाएं। मेरे पति एक आईएएस अधिकारी थे और उनके साथ न्याय होना चाहिए। जब मेरे पति को मारने के बदले में आनंद मोहन को मौत की सजा के बदले आजीवन कारावास दिया गया तो मैं खुश नहीं थी। अब मुझे इस सच का समाना करना पड़ रहा है कि वह जेल से छूट रहा है।”

असल में उमा ने जब 1994 में अपने पति को खोया था तो वे सिर्फ 30 साल की थीं। उस वक्त उनकी बेटियां 7 और 5 साल की थीं। वे अपने बुरे दौर को याद कर दुखी हो रही थीं।

उनका कहा है कि, ”हम बिहार सरकार के इस फैसले के खिलाफ पटना हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में जाएंगे। मैं नहीं चाहती कि मेरे पति के हत्यारे को जेल से रिहा किया जाए। मैं चाहती हूं कि वह उम्र भर जेल में ही सड़े।”