मणिपुर में दो महिलाओं को सरेआम निर्वस्त्र करके परेड कराने की घटना के बाद अब राजस्थान में एक महिला के साथ ऐसी अपमानजनक और समाज को झकझोर देने वाली घटना हुई। राज्य के प्रतापगढ़ जिले में एक आदिवासी महिला को उसके पति और उसके परिवार के लोगों ने निर्वस्त्र कर घुमाया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हंगामा मच गया। सूचना के बाद पुलिस-प्रशासन हरकत में आई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने शुक्रवार रात अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन को मौके पर भेजा।
पुलिस के उच्च अधिकारियों ने शुरू की जांच, हिरासत में लिया गया आरोपी पति
धरियावद के थाना प्रभारी पेशावार खान ने बताया कि गुरुवार को थाने क्षेत्र के पहाड़ी गांव में 21 वर्षीय महिला को उसके पूर्व पति काना और अन्य रिश्तेदारों ने निर्वस्त्र कर घुमाया। काना समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने शुक्रवार देर रात जयपुर में कहा कि राज्य सरकार ने घटना को बहुत गंभीरता से लिया है और एडीजी दिनेश एमएन को प्रतापगढ़ भेजा गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छह टीम गठित की गई हैं। प्रतापगढ़ पुलिस अधीक्षक अमित कुमार गांव में कैंप कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बोले- ‘फास्ट ट्रैक कोर्ट’ में चलाएंगे मुकदमा
मुख्यमंत्री गहलोत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एक महिला को निर्वस्त्र करने का वीडियो सामने आया है। सभ्य समाज में ऐसी घटनाओं का कोई स्थान नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा और उन्हें सजा दिलाने के लिए ‘फास्ट ट्रैक कोर्ट’ में मुकदमा चलाया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि लोगों के सामने गर्भवती महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो वायरल हुआ, लेकिन प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इस घटना ने राजस्थान को शर्मसार कर दिया है। भाजपा नेता ने लोगों से सोशल मीडिया पर वीडियो साझा नहीं करने की भी अपील की है।
BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा बोले- राजस्थान में शासन-व्यवस्था नदारद
राजस्थान के प्रतापगढ़ का वीडियो चौंकाने वाला है। इससे भी बुरी बात यह है कि राजस्थान में शासन व्यवस्था पूरी तरह से नदारद है। मुख्यमंत्री और मंत्री गुटीय झगड़ों को निपटाने में व्यस्त हैं, और बचा हुआ समय दिल्ली में एक राजवंश को खुश करने में व्यतीत हो रहा है। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि राज्य में महिला सुरक्षा के मुद्दे को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है। आए दिन महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न की कोई न कोई घटना सामने आती रहती है। राजस्थान की जनता राज्य सरकार को सबक सिखाएगी।
विधायक नागराज मीणा ने कहा कि पुलिस तेजी से कर रही कार्रवाई
इस घटना की जानकारी मुझे रात करीब 9 बजे हुई। उसके बाद मैंने जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक से बात की। इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए। पुलिस इस पर तत्परता से कार्रवाई करेगी।
प्रतापगढ़ जिले में धरियावद तहसील में वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए हमने 12 टीमें गठित की। 3 मुख्य आरोपियों को पकड़ने के दौरान वो घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले में 10 आरोपी नामजद हैं। घटना में शामिल सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा: IG एस. परिमला, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, राजस्थान
भाजपा नेता सतीश पुनिया बोले- ये घटना हृदयविदारक है। मुझे लगता है कि राजस्थान में कानून-व्यवस्था जो बिगड़ी है खासकर महिलाओं के प्रति उत्पीड़न और अपराधों की जो घटनाएं हुई हैं उस श्रृखंला में इस तरीके की ये दरिंदगी की घटना जुड़ गई है जिसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है….ये दरिंदगी चीख-चीख कह रही है कि अशोक गहलोत जी की पूरी निष्ठा सियासत और कुर्सी बचाने में है लेकिन किसी महिला की इज्जत कैसे बचे इसमें उनकी निष्ठा कभी नहीं दिखी….हम चाहते हैं कि अपराधियों को फास्ट ट्रैक के जरिए तत्काल से तत्काल सजा मिले।