गोवा मर्डर केस में हर दिन खुलासे हो रहे हैं। बेटे की हत्या के आरोप में गिरफ्तार सूचना के कैब ड्राइवर ने मीडिया को बताया कि वह पूरे रास्ते एकदम शांत थी। उसने गोवा से कर्नाटक जाते समय पूरे रास्ते एक शब्द नहीं बोला। उत्तरी गोवा के कैंडोलिम में मीडिया से बातचीत के दौरान ड्राइवर रे जॉन ने कहा कि गोवा से कर्नाटक जाने में लगभग 10 घंटे लगे, लेकिन पूरी यात्रा के समय सूचना सेठ शांत थी और एक शब्द भी नहीं बोली। असल में इसी कैब ड्राइवर की मदद से पुलिस सूचना सेठ को पकड़ सकी।
दरअसल, सेठ को सोमवार रात कर्नाटक के चित्रदुर्ग से गिरफ्तार किया गया था और मंगलवार को गोवा लाया गया। सूचना अभी 6 दिन की पुलिस हिरासत में है। जॉन ने बताया कि होटल के कर्मचारियों ने सूचना के लिए उसकी टैक्सी बुक की थी। उसने आगे कहा ‘‘जब मैं होटल पहुंचा तो सूचना ने मुझसे रिसेप्शन से बैग उठाकर टैक्सी में रखने को कहा। वह भारी था।’’
ड्राइवर ने आगे कहा ‘‘मैंने सूचना से पूछा कि क्या हम बैग से कुछ सामान बाहर निकाल कर उसे हल्का कर सकते हैं। उसने मना कर दिया। हमे बैग को खींचकर लाना पड़ा।’’
उसने आगे कहा कि जब वे गोवा के बिचोलिम शहर पहुंचे तब सूचना ने केवल एक बार बात की और पानी की एक बोतल लाने को कहा। जॉन ने कहा कि सोमवार को जब वे बेंगलुरु की ओर जा रहे थे तब कर्नाटक-गोवा बॉर्डर पर कोरला घाट में रोड जाम था। पुलिस ने उसे बताया कि जाम खत्म होने में कम से कम चार घंटे का समय लगेगा।
ड्राइवर को लगा कुछ तो गड़बड़ है
ड्राइवर ने आगे कहा, ‘‘मैंने समय थोड़ा बढ़ाते हुए मैडम से कहा कि रोड जाम खुलने में कम से कम 6 घंटे लगेंगे। मैंने मैडम को सुझाव दिया कि हम वापस मुड़कर एयरपोर्ट की ओर चल सकते हैं, लेकिन उसने कहा कि नहीं सड़क रास्ते ही जाना है’’। जॉन ने कहा कि उसे लगा कि कुछ तो है, जो ठीक नहीं है।
ड्राइवर ने बताया कि बाद में उसे पुलिस का फोन आया और उससे कहा गया है कि उसके कैब में जो महिला यात्रा कर रही है उसे पास के पुलिस स्टेशन लेकर आ जाओ। ड्राइवर ने बताया ‘‘मैंने गूगल मैप और जीपीएस में थाना ढूंढा, लेकिन कोई पुलिस थाना नहीं मिला। मैंने देखा कि टोल प्लाजा पर कोई पुलिसकर्मी मिल जाए, पर वहां भी कोई नहीं मिला।’’
पुलिस से सतर्क किए जाने के कारण ड्राइवर ने कुछ वक्त और गुजारने के लिए टैक्सी को सड़क किनारे के एक रेस्तरां में रोक दिया। वहां उसे पता चला कि 500 मीटर दूर ही पुलिस थाना है। उसने कहा, ‘‘हमें बेंगलुरु पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे और लगने थे। मैं गाड़ी आइयामंगल पुलिस थाने ले गया (कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में) और उस दौरान कलंगुटे पुलिस अधिकारी मेरे साथ फोन लाइन पर मौजूद थे।’’
जॉन ने कहा, ‘‘करीब 15 मिनट के बाद संबंधित पुलिस अधिकारी हमारे पास आया, लेकिन ‘मैडम शांत थी और कार में बैठी’ थी।’’ उसने कहा कि पुलिस ने बैग की तलाशी ली और उसमें से बच्चे का शव बरामद किया। जॉन ने बताया, ‘‘जब पुलिस ने उससे पूछा कि क्या वह उसका बेटा है, तो महिला ने संयत तरीके से कहा ‘हां’।’’ आरोपी पश्चिम बंगाल से है और उसने पुलिस को बताया कि वह और उसके पति अलग रहते हैं और उनके तलाक की कार्यवाही जारी है।
इस बीच पुलिस ने कहा कि आरोपी सूचना सेठ के बैग से ‘टिश्यू पेपर’ पर आइलाइनर से लिखा एक तुड़ा-मुड़ा नोट बरामद हुआ है, जिससे ऐसा लगता है कि वह अपने चार साल के बच्चे की कस्टडी को लेकर परेशान थी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिस बैग से बच्चे का शव बरामद किया गया है उसी बैग से मुड़ी-तुड़ी हालत में यह नोट मिला है। उन्होंने कहा, ‘‘हम यह नहीं बता सकते कि इसमें क्या लिखा है लेकिन इससे ऐसे संकेत मिलते हैं कि वह बच्चे की कस्टडी को लेकर परेशान थी।