दिल्ली में बीते 18 जून को जेएनयू के सहायक प्रोफेसर शरद बाविस्कर को कथित तौर पर अगवा करने और लूटने के आरोप में एक यू-ट्यूबर समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि प्रोफेसर और आरोपियों के बीच बहस कार टकराने के बाद शुरू हुई थी।
जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि कार टकराने के मामले में आरोपियों ने नुकसान की भरपाई के लिए पैसे वसूलने का फैसला किया। गिरफ्तार किये गए आरोपियों की पहचान पश्चिमी दिल्ली निवासी रजत पाल सिंह और गुड़गांव निवासी आशीष शौकीन के रूप में हुई है।
दरअसल, इस मामले में प्रोफेसर बाविस्कर घटना वाले समय पत्नी और बेटी को बुराड़ी स्थित ससुराल में छोड़कर अपनी कार से जेएनयू परिसर लौट रहे थे। नारायणा फ्लाईओवर के पास देर रात करीब 12.30 बजे एक कार ने उनकी गाड़ी को बायीं ओर से टक्कर मार दी, लेकिन वह नहीं रुके। इसके बाद प्रोफेसर जैसे ही दिल्ली छावनी के पास ट्रैफिक सिग्नल पर रुके तो कुछ लोग आए और उनसे कार की चाबी छीन ली।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने कथित तौर पर उन्हें ऑडी में बैठाया और एक अज्ञात जगह पर ले जाने से पहले मूलचंद, ग्रेटर कैलाश और आश्रम से होकर गुजरे; इस दौरान आरोपियों ने कार बदली। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने प्रोफेसर के क्रेडिट और डेबिट कार्ड ले लिए और 28,500 रुपये निकाल लिए। जिसमें से 5,000 रुपए का अपनी गाड़ी में तेल डलाया। इसके बाद उन्होंने प्रोफेसर को पेट्रोल पंप पर छोड़ दिया।
डीसीपी (वेस्ट) घनश्याम बंसल के मुताबिक, रजत पाल सिंह और आशीष शौकीन नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर किया गया है। जबकि शौकीन के स्वामित्व वाली गाड़ी ऑडी और रेंज रोवर के साथ चोरी के 20 हजार रुपये भी बरामद किये गए हैं। इस मामले में आईपीसी की धारा 323, 334, 392 (डकैती), 365 (अपहरण) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि रजत पाल सिंह पेशे से एक सिंगर-यूट्यूबर है, जबकि शौकीन लग्जरी कारों की बिक्री और खरीद का काम करता है। इस मामले में पुलिस टीमों का भी गठन किया गया है, जिन्हें अन्य आरोपियों की तलाश है। प्रोफेसर बाविस्कर ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया था कि उनके जेएनयू से जुड़े होने पर आरोपियों ने आपत्ति जताते हए उन्हें “राष्ट्र विरोधी (एंटी-नेशनल)” कहा था।