30 वर्षीय सोशल मीडिया इंफ्लुएन्सर और चर्चित यूट्यूबर (YouTuber) अभिमन्यु गुप्ता को पुलिस ने कई घरों में चोरी और डाका डालने के आरोप में मुंबई में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा है कि, आरोपी यूट्यूबर ने कथित तौर पर लग्जरी लाइफ जीने के लिए कई लूट और घर में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया था। मुंबई में वीबी नगर पुलिस ने उसके पास से 14 मोबाइल फोन, धारदार हथियार, नकली जेवर और विदेशी मुद्रा भी जब्त की है। गुप्ता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें धारा 380 (घर में चोरी) शामिल है।
आरोपी अभिमन्यु गुप्ता के यूट्यूब (YouTube) के अलावा, टिकटॉक (TikTok) पर बहुत बड़ी संख्या में फॉलोअर्स थे, जो एक शॉर्ट-फॉर्म वीडियो होस्टिंग सर्विस है, हालांकि, इसे भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है। पुलिस ने कहा कि गुप्ता अपनी आलीशान लाइफ स्टाइल बरकरार रखने के लिए मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे जिले के घरों में चोरी करता था। पुलिस के अनुसार, गुप्ता अपनी पहचान छुपाने के लिए टोपी और चेहरे पर नकाब लगाकर घूमता था।
अभिमन्यु गुप्ता की गिरफ्तारी पूर्वी मुंबई के कुर्ला उपनगर (Kurla) में एक बंद घर में चोरी करने के मामले में हुई है। जिसमें वह सोने और चांदी के गहनों की चोरी करके फरार हो गया था। मामला तब सामने आया जब घर में रहने वाले परिवार को घर लौटने के बाद गहने गायब मिले। पुलिस उप-निरीक्षक (PSI) पद्माकर पाटिल ने बताया कि कुर्ला में परिवार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर करीब 150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की थी।
पीएसआई पाटिल ने कहा “शुरू में जांच टीम आरोपी गुप्ता की पहचान करने में विफल रही, क्योंकि उसने टोपी और फेस मास्क (Face Mask) पहन रखा था। लेकिन एक फुटेज में, उसने अपनी टोपी और चेहरे का मुखौटा हटा दिया था और उसकी पहचान टिकटॉकर गुप्ता के रूप में हुई थी। इसी के बाद वीबी नगर पुलिस ने एक्शन ने जाल बिछाया और इलाके में एक घर को लूटने का प्रयास करते हुए उसे पकड़ लिया।
पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी अभिमन्यु गुप्ता (Abhimanyu Gupta) ने मुंबई क्षेत्र में 15 से अधिक घर में डाका डालने और चोरी की बात कबूल की है, जिनमें से चार कुर्ला में थे। पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि गुप्ता घर के बाहर रखे जूते-चप्पल भी चुरा लेता था। पुलिस को तलाशी के दौरान उसके घर से जूतों से भरे चार बोरे मिले हैं। पाटिल ने कहा कि अभिमन्यु गुप्ता ने यह भी स्वीकार किया कि चोरी के कीमती सामान को बेचने के बाद जो पैसे मिलते थे, वह उनसे महंगे कपड़े खरीदने खरीदता और खर्च करता था।