Delhi Man Stabbed To Death: दिल्ली में एक के बाद एक आपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं। आए दिन दिल दहाल देने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं। ताजा मामला नरेला इलाके का है, जहां शुक्रवार को कथित पैसों की लेनदेन के विवाद में 26 साल के एक शख्स की उसके अपार्टमेंट में चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई।

दोस्त से 45 हजार रुपये लिए थे उधार

घटना के संबंध में अधिकारियों ने बताया कि मृतक की पहचान हिमांशु के रूप में हुई है, जो घटना के समय अपने दोस्त सुमित कौशिक के साथ था। शुरुआती जांच में ये बात सामने आई है कि आरोपियों में से एक रवि ने पीड़ित के दोस्त सुमित से कथित तौर पर 45,000 उधार लिए थे। हालांकि, वो पैसे वापस नहीं कर पाया।

यह भी पढ़ें – नाबालिग ने 20 साल की लड़की का किया रेप, रात में घर के अंदर घुसकर किया किडनैप, किसी तरह उसके चंगुल से भागी पीड़िता

पुलिस ने बताया कि बीते दिनों पीड़ित ने सफियाबाद में रवि के घर जाकर उसके परिवार को धमकी दी कि अगर उसने अपने दोस्त (सुमित) का पैसा नहीं चुकाया तो उसे “नतीजे” भुगतने होंगे। कुछ घंटों बाद, रवि अपने तीन साथियों के साथ शाम करीब 6 बजे पीड़ित के घर पहुंचा और उसे चाकू घोंप दिया। घटना को अंजाम देकर वे तुरंत मौके से भाग गए।

पीड़ित पर चार लोगों ने चाकू से किया हमला

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “घटना के संबंध में शाम 6.28 बजे एक पीसीआर कॉल मिली। शुरुआती जांच के अनुसार, हिमांशु पर चार लोगों ने हमला किया और चाकू घोंप दिया।” अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित पिछले चार महीनों से सुमित के साथ रह रहा था।

यह भी पढ़ें – रोड पर लावारिस खड़ी SUV से खटाखट निकलने लगीं गड्डियां और सोने की छड़ें, चौंधियाईं अधिकारियों की आंखें, Video Viral

इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है – रवि (30), साहिल (24) और आशीष (26)। चौथा आरोपी अक्षय खत्री कथित तौर पर फरार है। उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने कहा, “हत्या के पीछे का मकसद पैसों के लेनदेन से जुड़ा विवाद से प्रतीत होता है। हम आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं।”

अरविंद केजरीवाल ने केंद्र पर साधा निशाना

इधर, इस घटना के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते अपराधों को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “एक और दर्दनाक हत्या। दिल्ली खून से लथपथ है और केंद्र की भाजपा सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। दिल्ली के लोग कब तक ऐसे हालात बर्दाश्त करेंगे?”