पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह और कनाडा स्थित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली थी। जिसके बाद बिश्नोई गिरोह के कट्टर प्रतिद्वंद्वी बंबिहा गैंग की तरफ से कथित फेसबुक पोस्ट के जरिए बदला लेने की बात कही गई है। बता दें कि, बंबिहा गैंग को चलाने वाला दविंदर सिंह बंबिहा था, जिसे साल 2016 में एनकाउंटर में मार गिराया गया था। जरायम की दुनिया में आने से पहले दविंदर एक लोकप्रिय कबड्डी खिलाड़ी था।
कौन था दविंदर बंबिहा: मोगा जिले के बंबिहा गांव में जन्में दविंदर बंबिहा का असली नाम दविंदर सिंह सिद्धू था। जुर्म की दुनिया में आने से पहले वह एक लोकप्रिय कबड्डी खिलाड़ी था। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाला दविंदर पढ़ाई में भी अच्छा था। साल 2010 में, जब वह कॉलेज में ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा था, तब उसका नाम एक हत्या के मामले में सामने आया था; यह हत्या गांव में दो समूहों में हाथापाई के बीच हुई थी। हत्या के मामले में उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, जहां वह कई गैंगस्टरों के संपर्क में आया और फिर शार्प शूटर बन गया था।
खेल के मैदान से अपराध की दुनिया तक: दविंदर बंबिहा ने 21 साल की उम्र में जेल से भागकर अपना गैंग बना लिया था। वह करीब आधा दर्जन हत्या के मामलों में नामजद था। उस पर हत्या के प्रयास, लूट, स्नैचिंग और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। दविंदर का खौफ 2012 से लेकर 2016 तक बना रहा और अपनी मौत तक प्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टरों में से एक था। दविंदर, सोशल मीडिया पर अपनी आपराधिक गतिविधियों को अपडेट करता था और कई बार पंजाब पुलिस को भी चुनौती दे चुका था। 9 सितंबर, 2016 को बठिंडा जिले के रामपुरा के पास गिल कलां में 26 वर्षीय दविंदर बंबिहा को एक मुठभेड़ में पंजाब पुलिस ने मार गिराया था।
गैंगस्टर चला गया पर गैंग अभी भी एक्टिव: साल 2016 में मारे जाने का बाद पुलिस को लगा कि अब इस गैंग का सफाया हो चुका है, लेकिन बंबिहा के आधा दर्जन से अधिक ऐसे सहयोगी और दोस्त थे, जिन्होंने उसकी गैंग को सक्रिय रखा। इस गैंग से जुड़े कुछ बदमाश विदेश में हैं और कुछ पंजाब की जेलों में बंद हैं। वह भी अपने मुखिया की तरह समय-समय पर सोशल मीडिया पर अपनी गतिविधियों को अपडेट करते रहे हैं। इसके अलावा, बंबिहा गैंग को हरियाणा के कौशल चौधरी गैंग का बहुत करीबी माना जाता है। पुलिस के अनुसार कई बार हरियाणा के गिरोहों की मदद से पंजाब के गिरोह वारदात को अंजाम देते हैं।
कौन चला रहा है बंबिहा गैंग: बंबिहा गैंग चलाने वालों में लकी गौरव पटियाल मुख्य है, जो पहले जेल में बंद था और फिर आर्मेनिया भाग गया था। जबकि दूसरा मोगा जिले के कुसा गांव का रहने वाला सुखप्रीत सिंह बुडाह हैं, जो अभी भी संगरूर जेल में बंद हैं। कुछ महीने पहले जालंधर में अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप नांगल अंबिया की हत्या को भी बंबिहा गैंग ने अंजाम दिया था।
बंबिहा गैंग ने फेसबुक पोस्ट पर क्या लिखा: बंबिहा गैंग की कथित सोशल मीडिया पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि सिद्धू मूसेवाला की मौत के पीछे सिंगर मनकीरत औलख का हाथ है, जिसमें मनकीरत के द्वारा सभी गायकों से पैसा वसूलने की बात कही गई है। बंबिहा गैंग की कथित फेसबुक पोस्ट में यह भी आरोप लगाया गया है कि बिश्नोई गिरोह को गायक मनकीरत औलख ही मूसेवाला के सुरक्षा घेरे के बारे में जानकारी देता था। वहीं दिल्ली एनसीआर के नीरज बवाना गिरोह ने भी एक कथित फेसबुक पोस्ट में, मूसेवाला की हत्या की निंदा की और उन्हें (सिद्धू मूसेवाला) अपना भाई बताया है। उन्होंने खुली धमकी जारी की है कि वे दो दिनों के अंदर इस हमले की प्रतिक्रिया देंगे। इस फेसबुक पोस्ट में टिल्लू ताज पुरिया गिरोह, कौशल गुड़गांव गिरोह और दविंदर बंबिहा गिरोह के नाम भी शामिल हैं।