नवी मुंबई के एक मशहूर कॉलेज में कार्यरत 58 साल की मेडिकल प्रोफेसर ने पिछले महीने 1.8 करोड़ रुपये गंवा दिए। साइबर ठगों ने इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर उनसे संपर्क किया और दावा किया कि उन पर 8 लाख रुपये का टैक्स बकाया है। ठगों ने उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दी और उनसे 1.8 करोड़ रुपये का भुगतान करने को कहा, जिसे उन्होंने “जांच” पूरी होने के बाद वापस करने का वादा किया।

ठग ने किया इनकम टैक्स अधिकारी होने का दावा

मामले में दर्ज कराई गई एफआईआर के अनुसार, महिला को 14 जनवरी को दोपहर 3 बजे के आसपास इनकम टैक्स विभाग से होने का दावा करने वाले एक शख्स का फोन आया। कॉल करने वाले ने कहा कि उन्होंने टैक्स का भुगतान नहीं किया है और ये कॉल लास्ट वॉर्निंग है।

यह भी पढ़ें – गुजरात : मैटरनिटी हास्पिटल आईं महिला मरीजों के प्राइवेट वीडियो हुए लीक, टेलीग्राम पर क्लिप का हो रहा सौदा, जांच जारी

ठग ने महिला को बताया कि उनके नाम पर दिल्ली की एक कंपनी रजिस्टर है और उस कंपनी पर 8 लाख रुपये का टैक्स बकाया है। महिला प्रोफेसर ने उस शख्स से कहा कि उन्हें ऐसी किसी कंपनी के बारे में पता नहीं है और किसी अजनबी ने धोखाधड़ी करके उसके डिटेल्स का इस्तेमाल किया होगा।

यह भी पढ़ें – मंदिर का दौरा, फैमिली के साथ डिनर, आखिर क्या हुआ ऐसा कि एक साथ परिवार के 4 लोगों ने कर ली आत्महत्या?

ऐसे में कथित तौर पर उस शख्स ने कॉल को दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी को ट्रांसफर कर दिया, जिसने उन्हें कुछ दस्तावेज भेजे जो वैध सीबीआई दस्तावेजों की तरह लग रहे थे। अगले दिन “दिल्ली पुलिस अधिकारी” ने वीडियो कॉल करके उनसे “आरबीआई द्वारा वेरिफिकेशन के लिए” अपने सभी फाइनेंसियल डॉक्युमेंट उपलब्ध कराने को कहा। ऐसे में महिला ने अपने इंवेस्टमेंट का विवरण दिया, जिसमें शेयर, फिक्स्ड डिपोजिट शामिल थे इस वादे पर कि “वेरिफिकेशन” प्रक्रिया के बाद उन्हें वापस कर दिया जाएगा।

ऐसे हुआ धोखाधड़ी का एहसास

महिला ने घोटालेबाज के खाते में 1,81,72,667 रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब ​​उसे 22 लाख रुपये की फिर से मांग मिली, तो उसने बताया कि उसके पास कोई सेविंग नहीं बची है। महिला को तब एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है, जब उसने कई दिनों बाद 16 फरवरी को अपने एक रिश्तेदार को इस घटना के बारे में बताया।