Coronavirus, (Covid-19): उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर जिले में एक शख्स ने अपनी तीन बेटियों को एक-एक कर घाघरा नदी में फेंक दिया। इस शख्स ने अपनी तीनों बेटियों की हत्या को किडनैपिंग का चोला पहनाने के लिए बड़ी साजिश भी रच दी। मामला धनघटा थाने के डिहवा गांव की है। आरोपी युवक का नाम सरफराज बताया जा रहा है। धनघटा थाने की पुलिस को जब 3 मासूम लड़कियों के अपहरण की जानकारी मिली तो पुलिस तुरंत मामले की तफ्तीश में जुट गई। बच्चियों के पिता 30 साल के सरफराज ने पुलिस को बताया कि उसकी तीनों बेटियों को किडनैप कर लिया गया है। इतना ही नहीं पिता ने पुलिस को यह भी दिखाया कि उसके शरीर पर जख्म के निशान थे और उसकी शर्ट फट गई थी। दअसल उसका पिता पुलिस को यह बताना चाहता था कि अपहरणकर्ताओं से बच्चियों को छुड़ाने में उसकी झड़प हुई है और इसी दौरान उसे चोट लगी है।

लेकिन सरफराज की कहानी पुलिस के गले के नीचे नहीं उतर रही थी। हालांकि पुलिस सरफराज को लेकर अस्पताल पहुंची ताकि उसके जख्मों का इलाज कराया जा सके। इलाज के बाद चिकित्सकों ने पुलिस को बताया कि सरफराज के शरीर पर जो चोट के निशान मिले हैं वो उसकी कहानी से मैच नहीं करते। इस बार पुलिस का शक यकीन में बदल चुका था।

लिहाजा पुलिस ने सरफराज से कड़ाई से पूछताछ शुरू की। जल्दी ही सरफराज ने वो सच्चाई उगली जिसे सुनकर सभी हैरान थे। सरफराज ने कबूला कि अपहरण की जो कहानी उसने अपनी पत्नी और पुलिस को बताई थी वो दरअसल मनगढ़ंत थी।

खुलासा हुआ कि पेशे से ट्रक ड्राइवर सरफराज की 6, 4 और 2 साल की बेटियों की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। रविवार को सरफराज अपने एक दोस्त नीरज मौर्य को लेकर बेटियों का इलाज कराने के लिए घऱ से निकला।

लेकिन डॉक्टर के पास जाने के बजाए सरफराज अपनी बेटियों को बिडहर घाट पुल पर ले कर गया और उसने एक-एक कर तीनों बेटियों को जिंदा ही नदी में फेंक दिया।

पुलिस ने इस मामले में उसके साथी नीरज मौर्य को भी पकड़ लिया। नीरज ने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया है। बताया जा रहा है कि सरफराज 20 दिन पहले ही मुंबई से लौटा था। ‘अमर उजाला’ की रिपोर्ट के मुताबिक बच्चियों को नदी में फेंकने के बाद उसने ब्लेड से खुद ही अपने शरीर पर जख्म के निशान बना लिये थे।