Coronavirus, (COVID-19) Delhi Court Dismiss Bail Of Aap mla Prakash Jarwal: चिकित्सक को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में आरोपी आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक प्रकाश जारवाल को दिल्ली की एक अदालत ने जमानत देने से इनकार कर दिया। सबसे पहले आपको बता दें कि साउथ दिल्ली के 52 साल के एक चिकित्सक राजेंद्र सिंह ने इसी साल 18 अप्रैल को अपने आवास पर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस ने बताया था कि इस मामले में जांच के दौरान एक सुसाइड नोट भी मिला था। इस सुसाइड नोट में डॉक्टर राजेंद्र सिंह ने आरोप लगाया था कि आप विधायक प्रकाश जारवाल और उनके कुछ लोग उनके water supply business को लेकर उन्हें प्रताड़ित करते हैं। इस नोट में उन्होंने जारवाल को अपनी खुदकुशी के लिए जिम्मेदार ठहराया था।

स्पेशल जज संजीव अग्रवाल ने अपने लिखित आदेश में कहा कि ‘किसी भी केस में ऐसी स्थिति जिसमें आरोपी के परिवार वालों के COVID-19 से संक्रमित होने की आशंका है औऱ वो क्वारन्टीन में हैं और उसके ससुर को लेकर भी यह अंदेशा है कि उनकी मौत कोविड-19 से हुई है तथा सच्चाई है कि जांच जारी है, ऐसी स्थिति में अगर आरोपी को बेल मिल जाता है…तो उसके रसूख को देखते हुए जो कि उसी इलाके का रहने वाला है और स्थानीय विधायक भी है तो इस बात की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता कि वो गवाहों को प्रभावित ना करे।’

अदालत में जारवाल की तरफ से वकील ने उनके लिए 45 दिनों के अंतरिम बेल की गुहार कोर्ट से लगाई। आरोपी के वकील की तरफ से अदालत में कहा गया कि आप विधायक के ससुर का लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में कोविड से निधन हुआ है। विधायक की पत्नी और बेटे को कोविड का शक है ऐसे में विधायक का अंत्योष्टि में शामिल होना और अपने बूढ़े परिजनों की देखरेख करना जरुरी है।

इसके जवाब में पुलिस की तरफ से कहा गया कि आरोपी एक संयुक्त परिवार में रहते हैं। ऐसे में उनके दो भाई उनके परिवार की देखरेख कर सकते हैं तथा विधायक के ससुर के अंत्योष्टि का इंतजाम भी वो कर सकते हैं।

आपको बता दें कि इससे पहले निचली अदालत ने 28 मई को मामले की गंभीरता को देखते हुए अंतरिम जमानत देने से इन्कार कर दिया था। दक्षिण दिल्ली, दुर्गा विहार निवासी डॉक्टर के इस सुसाइड केस में पुलिस का आरोप है कि पानी के टैंकर की सप्लाई के काम में शामिल जारवाल और उनके सहयोगी पानी के टैंकर के मालिकों एवं डॉक्टर से जबरल वसूली करते थे।

डॉक्टर के पास से मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि उन्हें स्थानीय विधायक की ओर से लगातार परेशान किया जा रहा था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने विधायक प्रकाश जारवाल व अन्य लोगों के खिलाफ जबरन वसूली और आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया था।